इटारसी। शासकीय महाविद्यालय सुखतवा के बीए, बीएससी एवं बी कॉम के छात्र-छात्राओं को वल्र्ड बैंक परियोजना अंतर्गत औद्योगिक भ्रमण पर ले जाया गया। इनको सर्वप्रथम सांवरिया साइस मिल कीरतपुर का भ्रमण कराया। यहां प्रमोद विश्नोई और श्री विश्वकर्मा ने विस्तार से धान से चावल निकालने की प्रक्रिया समझाई।
इस दौरान बताया कि किस तरह से धान से छिलका ब्रान अलग कर मशीन में ही चावल पर पॉलिस कर दिया जाता है। इसके बाद सभी को रेशम उद्योग केन्द्र रैसलपाठा भी लेकर गये जहां श्री यादव ने बताया कि चार तरह का रेशम तैयार किया जाता है। इसमें से तीन का उत्पादन रैसलपाठा में होता है, जैसे मलवरी, टसर और इरी। ये तीनों धागे तैयार किये जाते हैं और वस्त्र बाने के लिए भेज दिया जाता है। कूकून तैयार करना एवं कूकून से धागा तैयार करने की विधि प्रत्यक्ष तौर से बतायी। इन दोनों स्थानों से भ्रमण करने से जो छात्र-छात्राएं रुचि रखते हैं, उनके लिए स्वरोजगार से जुडऩे के द्वार खुलेंगे। इस भ्रमण में महाविद्यालय के प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. एलएन पाराशर एवं वल्र्ड बैंक परियोजना प्रभारी डॉ. शीला ठाकुर ने कहा कि इस भ्रमण से निश्चित ही छात्र-छात्राओं को स्वरोजगार से जुडऩे की प्रेरणा मिलेगी। यह वल्र्ड बैंक परियोजना का उद्देश्य भी है जो पूर्णत: सफल होगा। इस दौरान डॉ. मंजू मालवीय, डॉ. हिमांशु चौरसिया, सुश्री कामधेनु पटोदिया, डॉ. सौरभ तिवारी, डॉ. वेद प्रकाश सहयोगी रहे।