जंगलों में इतने संसाधन हैं कि आदिवासी आर्थिक रूप से सक्षम हो सकें

Post by: Manju Thakur

होशंगाबाद। कृषि उपज मंडी प्रांगण होशंगाबाद में तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस वितरण का कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सिवनी मालवा विधायक सरताज सिंह ने कहा कि वनों में इतने संसाधन हैं कि इनके माध्यम से सभी आदिवासी आर्थिक रूप से सक्षम बन सकते हैं। वनों में इतने साधन हैं कि आदिवासियों को वहीं रोजगार उपलब्ध कराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि रेशम पालन, लाख, गोंद आदि संसाधनों का विकास तथा आदिवासी क्षेत्रों में जैविक खेती तथा सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने पर इन क्षेत्रों का अभूतपूर्व विकास संभव है। सरकार इस दिशा मंो गंभीरता से प्रयास कर रही है। सरकार ने तेंदूपत्ता बोनस की दर बढ़ाकर 2 हजार रुपये प्रति मानक बोरा कर दी है। यह दर्शाता है कि सरकार आदिवासियों की खुशहाली चाहती है तथा उन्हें आगे बढ़ाने के निरंतर प्रयास कर रही है। अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत के अध्यक्ष कुशल पटेल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह प्रयास है कि हर गरीब सबल बनें। इस बोनस राशि से आपकी आर्थिक स्थिति निश्चित रूप से सुधरेगी। उन्होंने उपस्थित तेंदूपत्ता संग्राहकों से कहा कि वे संबल योजना में अपना पंजीयन अवश्य कराएं। सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह ने कहा कि जंगल में पैदा होने वाली सारी उपज यहां के वासियों की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान आपको मजबूत करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने उपस्थित संग्राहकों को संबल योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले विभिन्न लाभों के बारे में बताया।
कार्यक्रम को राज्य अंत्योदय समिति के सदस्य हरिशंकर जायसवाल ने भी संबोधित किया। प्रतिवेदन वनमंडलाधिकारी अजय कुमार पाण्डे ने प्रस्तुत किया। मुख्य अतिथि सरताज सिंह ने सिंगल क्लिक के माध्यम से तेंदूपत्ता संग्राहकों के खातों में राशि का हस्तांतरण किया। कार्यक्रम में जनपद पंचायत केसला के अध्यक्ष गनपत सिंह उईके, नगर पालिका सिवनी मालवा की अध्यक्ष कल्पना यादव, जिला वनोपज संघ के अध्यक्ष संतोष राय, कलेक्टर प्रियंका दास, मुख्य वन संरक्षक केके भारद्वाज, सतपुडा टाईगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर एसके सिंह, मनोहर बडानी तथा बड़ी संख्या में तेंदूपत्ता संग्राहक उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!