इटारसी। ग्राम सेवा समिति निटाया और रोहना के तत्वावधान में ईश्वर रेस्टॉरेंट में लगे जैविक कृषि उत्पाद के बाजार में हरदा, बैतूल, होशंगाबाद और नरसिंहपुर के किसानों ने अनाज, सब्जी, दलहन, आलू चिप्स, अमचूर, मसाले, पारस पीपल के बीज और पौधे, जंगली अनाज कोदो कुटकी सहित दूध, छांछ, घी लेकर आए थे। हर बार की तरह इस बार भी बाजार में ग्राहकों ने उत्साह से रुचि ली।
आज बाजार में डिप्टी डायरेक्टर हार्टिकल्चर सत्येन्द्र सिंह तोमर और नगर पालिका परिषद होशंगाबाद के अध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल, पूर्व मंत्री विजय दुबे काकूभाई भी आए और बाजार का कंसेप्ट देखा। श्री खंडेलवाल ने जल्द ही होशंगाबाद में भी ऐसा ही एक बाजार लगाने के लिए ग्राम सेवा समिति के सदस्यों से चर्चा की। जल्द ही समिति के सदस्य होशंगाबाद में स्थल निरीक्षण करके माह के तीसरे रविवार को जैविक कृषि उत्पाद का बाजार लगाने की प्रक्रिया पूर्ण करेंगे।
गोबर गणेश का आकर्षण
इस बाजार में गोबर गणेश की मूर्ति का आकर्षण रहा। इसके अलावा गाय के गोबर से बनी चिप भी खूब पसंद की है। इस चिप को मोबाइल के पीछे लगाने से रेडिएशन की मात्रा नब्बे फीसदी तक कम होती है। किसान मोहनीश बादर ने इसका डेमा भी दिया। इसके अलावा जपने की माला भी गोबर की यहां प्रदर्शन और बिक्री के लिए रखी थी। इनमें सर्वाधिक गोबर के गणेश पसंद किये गये।
पौधरोपण भी किया
जैविक बाजार में इस बार पारस पीपल के पौधे और बीज भी उपलब्ध कराये गये थे। दरअसल, पारस पीपल एक ऐसा पेड़ है जो सौ फीसदी ऑक्सीजन देता है। इसके औषधीय गुण है जो श्वांस के रोगियों के लिए रामबाण इलाज है। जैविक बाजार के दौरान ही ईश्वर रेस्टॉरेंट के पास पारस पीपल का पौधा ग्राम सेवा समिति और परिवर्तन संस्था के सदस्यों ने रोपा। रेस्टॉरेंट के संचालक ज्ञानेन्द्र गौर ने इसकी देखभाल की जिम्मेदारी भी ली है।
इस अवसर पर ग्राम सेवा समिति के सुरेश दीवान, प्रोफेसर कश्मीर सिंह उप्पल, नरेन्द्र चौधरी, संस्कार गौर, हेमंत दुबे, राजेश सामले, लक्ष्मण सिंह, गीता श्रीवास्तव, अश्वनी चौधरी, लालता प्रसाद चौधरी, रूप सिंह राजपूत, नन्हेंलाल भाटी, लहरीशरण चौरे, विनीत पांडेय, ओपी दुबे, डीडीए उद्यानिकी सत्येन्द्र सिंह तोमर, डॉ. सुनीता सिंह, मैनाबाई राजपूत, माया आरसे आदि समिति सदस्यों का योगदान रहा।