डेढ़ करोड़ से मिलेगी विकास को रफ्तार

Post by: Manju Thakur

विधानसभा अध्यक्ष के प्रयासों से मिली राशि, अब काम में आएगी तेजी
फैक्ट फाइल
सनखेड़ा रोड से पॉलिटेक्निक कालेज तक सड़क निर्माण शुरु
तालाब के लिए आयी राशि नगर पालिका के खाते में आयी
आडिटोरियम के लिए भी शासन से अतिरिक्त राशि प्राप्त हुई
इटारसी। करीब डेढ़ करोड़ रुपए से शहर के विकास को रफ़्तार मिलने वाली है। मप्र विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा के प्रयासों से शासन ने पॉलिटेक्निक कालेज, तालाब और आडिटोरियम के लिए लगभग डेढ़ करोड़ की राशि स्वीकृत की है। इसमें रोड के लिए 68 लाख, तालाब के लिए 50 लाख और ऑडिटोरियम के लिए 15 लाख अतिरिक्त राशि की स्वीकृति मिलकर यह नगर पालिका और लोक निर्माण विभाग के खाते में भी ट्रांसफर हो चुकी है।
राशि की कमी के कारण पिछले कुछ दिनों से शहर में चल रहे बड़े कामों की रफ्तार धीमी हुई थी। खासकर आडिटोरियम और तालाब का कार्य तो अत्यंत धीमी गति से चलने लगा था। विस अध्यक्ष डॉ.शर्मा के प्रयासों से करीब डेढ़ करोड़ की राशि मिलने के बाद उम्मीद की जा रही है कि ये काम जल्द पूर्ण हो सकेंगे।
रोड का काम प्रारंभ
शासकीय पॉलिटेक्निक भवन का काम लगभग अंतिम दौर में है और उम्मीद की जा रही है कि इस शिक्षण सत्र से पॉलिटेक्निक कालेज नए भवन में ही संचालित होगा। सनखेड़ा मुख्य मार्ग से कालेज भवन तक पहुंच मार्ग नहीं होने से इसकी जरूरत महसूस की जा रही थी क्योंकि कालेज भवन मुख्य मार्ग से करीब आधा किलोमीटर अंदर है और नहर का रास्ता ही कालेज जाने के लिए है जो बारिश में लगभग बंद हो जाता है। इस परेशानी को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने प्रयास करके शासन से इसके लिए 68 लाख रुपए की राशि मुहैया करायी। इस रोड का निर्माण कार्य आज से प्रारंभ भी हो गया है। यह रोड पांच मीटर चौड़ा और 6 सौ मीटर लंबा बनेगा जो नहर किनारे होकर कालेज के भीतर तक जाएगा।
तालाब के काम में तेजी आएगी
शहर के तालाब का सौंदर्यीकरण कार्य काफी तेजी से प्रारंभ हुआ था कार्य का करीब पचास फीसदी काम तेजी से निबटा लिया गया लेकिन फिर पैसों की कमी के कारण तालाब का निर्माण कार्य मंद हो गया था। तालाब सौंदर्यीकरण की द्वितीय किश्त के लिए इंतजार था और विधानसभा के अध्यक्ष डॉ.सीतासरन शर्मा ने लगातार प्रयास करके शासन से पचास लाख रुपए की द्वितीय किश्त भी स्वीकृत करा ली। अब पिछले कई दिनों से मंद पड़ा तालाब का काम रफ़्तार पकड़ सकेगा। शासन ने यह राशि नगर पालिका के खाते में भी ट्रांसफर कर दी है। बता दें कि अभी तक विधायक निधि के दस लाख और कुछ नगर पालिका निधि से काम चल रहा था। फिर पैसे की कमी होने और शासन से राशि नहीं मिलने से काम की गति धीमी हो गई थी।
एक सप्ताह में डलेगी छत
शहर को एक अदद आडिटोरियम की कई वर्षों से जरूरत है, यही कारण है कि जैसे ही नजूल की भूमि मुक्त हुई सबसे पहले आडिटोरियम की मांग ही सामने आयी थी। उसी को ध्यान में रखते हुए आडिटोरियम का काम भी प्रारंभ हुआ लेकिन शुरुआत में तेजी से चला आडिटोरियम निर्माण का काम ठेकेदार ने पैसों की कमी के कारण धीमा कर दिया। हालांकि यह काम बंद नहीं किया है। धीरे-धीरे काम चलने से लोगों की उम्मीदें टूटने लगी थी। जरूरत पैसों की थी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने शासन से इसके लिए अतिरिक्त राशि के लिए प्रयास करने शुरु किए और शासन से राशि के प्रयास किए और पंद्रह लाख रुपए इसके लिए मिल गए। ठेकेदार ने चेक मिलने के बाद आश्वस्त किया है कि एक सप्ताह में आडिटोरियम की छत पूर्ण कर देगा।

error: Content is protected !!