देशज : ओपन रहेगा कार्यक्रम, सभी कलाप्रेमी आ सकते हैं
पहले दिन छह ग्रुपों की होगी प्रस्तुति
इटारसी। भारत की पारंपरिक, लोक एवं जनजातीय अभिव्यक्तियों का उत्सव देशज का आयोजन 2 नवंबर, शनिवार से गांधी स्टेडियम में शाम 6:30 बजे से शुभारंभ होगा। उत्सव का शुभारंभ सांसद उदय प्रताप सिंह के मुख्य आतिथ्य में होगा। अध्यक्षता नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती सुधा अग्रवाल करेंगे। 6 नवंबर को प्रदेश की चिकित्सा शिक्षा, आयुष एवं संस्कृति मंत्री विजयलक्ष्मी साधो एवं विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा की मौजूदगी में देशज का समापन होगा।
संगीत नाटक अकादमी नयीदिल्ली के अधिकारियों की टीम ने आज मीडिया के समक्ष पूरे कार्यक्रम का ब्योरा प्रस्तुत करके उस असमंजस की स्थिति को भी खत्म कर दिया जो पास से प्रवेश को लेकर बनी थी। संस्था के मनीष ममगई, प्रवीण दुरेजा, कमल जैन और मुख्य नगर पालिका अधिकारी हरिओम वर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दरअसल, यह कार्यक्रम पूरी तरह से ओपन है और हरेक नागरिक इसमें आ सकता है। पास वितरण पर कहा कि यह तो व्यवस्था के लिए कुछ आमंत्रितों के लिए की गई है। शेष सभी कार्यक्रम में आ सकते हैं, कहीं कोई रोकटोक नहीं है।
मनीष ममगई ने बताया कि यह देश के लोक एवं जनजातीय दलों का एक सम्मेलन है। देश का कल्चर जनता के समक्ष जाने का यह प्रयास है। संगीत नाटक अकादमी ने देशज को 2013 में प्रारंभ किया था और 2016 में यह इटारसी में एक बार हो चुका है। 2 से 6 नवंबर तक देश के 24 राज्यों के करीब 450 कलाकार इसमें प्रस्तुति देंगे। इसमें स्कूली बच्चों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त लाइट डिजाइनिंग विशेषज्ञ कमल जैन ने बताया कि देशज को पूरे देश में सराहा गया है लेकिन, इटारसी में जो प्रेम मिला है, उतना अन्य कहीं नहीं मिला।
पहले दिन होंगी ये प्रस्तुति
पंजाब अमृतसर की बाबा सिस्टर्स ग्लोरी बाबा और लाची बाबा द्वारा लोक एवं सूफी गायन, मप्र के गुदुम बाजा की प्रस्तुति आदिवासी धूलिया जनजातीय सांस्कृतिक लोक नृत्य दल डिंडोरी द्वारा, तेलंगाना की चंदना जनपर नृत्य अकादमी हैद्राबाद द्वारा लमबाड़ी नृत्य, बिहार मधुवनी के विक्रांत कुमार एवं दल द्वारा झिझिया नृत्य असम के सिलापथर पूर्व ज्योति संघ धेमाजी द्वारा बीहू नृत्य, मध्यप्रदेश सागर के लोकदर्पण पांरपरिक एवं समकालीन कलारूपों के संस्थान द्वारा बधाई नृत्य।