सोमवार से काटे जाएंगे अवैध नल कनेक्शन
इटारसी. नगर पालिका सोमवार से शहर में सर्वे के दौरान सामने आए करीब ढाई सौ अवैध नल कनेक्शनों के खिलाफ अपनी मुहिम छेड़ेगी. इस दौरान ऐसे कनेक्शन विच्छेद करने के अलावा यदि कोई इनको वैध कराना चाहेगा तो नियम अनुसार प्रक्रिया अपनाकर उनको वैध भी किया जाएगा. आगामी गर्मी के सीज़न की तैयारी के मद्देनज़र नपा ने अपनी तैयारी शुरु कर दी है.
सोमवार से नगर पालिका का सात सदस्यीय दल शहर में अवैध नल कनेक्शनों के खिलाफ कार्रवाई शुरु करेगा. इसके लिए सीएमओ ने निर्देश जारी कर दिए हैं. इसी दौरान जो अवैध नल कनेक्शनधारी अपने कनेक्शन को वैध कराना चाहेगा तो नल कनेक्शन की नियम अनुसार तमाम औपचारिकताएं पूर्ण करके कनेक्शन को वैध किया जाएगा.
सात सदस्यीय दल का गठन
नगर पालिका ने अवैध नल कनेक्शन को वैध करने के लिए एक सात सदस्यीय टीम का गठन किया है. टीम के प्रभारी समयपाल सूर्यप्रकाश मालवीय रहेंगे. ये कर्मचारियों से अपने निर्देशन में काम कराएंगे. लिपिक रवीन्द्र जोशी दल प्रभारी श्री मालवीय को कर्मचारी उपलब्ध कराएंगे और वैध-अवैध कनेक्शन की तमाम जानकारी अपने पास एकत्र कर रोज राजस्व निरीक्षक और सब इंजीनियर मुकेश जैन को रिपोर्ट करेंगे. दल में राजाराम मालवीय, मिस्त्री शंभू श्रीनाथ, हरिशंकर सुशील पराम और एक महिला कर्मचारी होगी.
ग्रीष्म में शिकायतें नोट होंगी
गर्मी का सीज़न सामने है. पिछले वर्ष मार्च माह से तैयारियां प्रारंभ कर दी गईं थी, इसलिए बीते अन्य वर्षों की तरह इटारसी शहर में पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़ा था. गर्मी के अंत तक कुछ वार्डों में अवश्य संकट उत्पन्न हुआ था जिसे नगर पालिका ने लगातार पेयजल टैंकर भेजकर खत्म किया था. इस वर्ष फिर से अभी तैयारी शुरु कर दी है. दल में शामिल सुशील पतरस को ग्रीष्म ऋतु में हर रोज कार्यालय में प्राप्त शिकायतों को नोट करके उसी दिन उपयंत्री और रविन्द्र जोशी को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं.
ऐसे कनेक्शन का निबटान होगा
नगर पालिका ऐसे नल कनेक्शनों का भी निबटान कराएगी जो विभाग के रिकार्ड में तो हैं, लेकिन मौके पर कनेक्शन ही नहीं हैं. दरअसल नगर पालिका की जानकारी में ऐसे कुछ कनेक्शन भी आए हैं जो कभी चालू थे, लेकिन किसी कारण से अब रिकार्ड में तो हैं, लेकिन मौके पर कनेक्शन ही नहीं हैं. ऐसे कनेक्शन को अभिलेख से मिलान करके सर्वे करके हटाने की कार्यवाही की जाएगी. नगर पालिका कार्यालय को ऐसे नल कनेक्शनों का कोई राजस्व भी प्राप्त नहीं होता है, जबकि नपा के रिकार्ड में वे लगातार बने हुए हैं.
इनका कहना है…!
सोमवार से अवैध नल कनेक्शनधारियों के विरुद्ध अभियान चलाया जाएगा. इसके लिए दल बनाया गया है. यही दल गर्मी में भी पेयजल वितरण, प्राप्त शिकायतों पर भी काम करेगा. ऐसे कनेक्शन हटाए जाएंगे जो रिकार्ड में हैं, लेकिन मौके पर नहीं हैं.
सुरेश दुबे, मुख्य नगर पालिका अधिकारी
फैक्ट फाइल
कुल कनेक्शन – लगभग 4800
सर्वे में अवैध – लगभग 250
जलकर – घरेलू सौ रुपए, व्यावसायिक 300 मासिक
जल वितरण पर खर्च – करीब डेढ़ करोड़ रुपए वार्षिक
जलकर मिलना चाहिए – करीब 60 लाख
जलकर से प्राप्त राशि – लगभग 35 लाख रुपए
बकाया राशि – लगभग 60 लाख रुपए