इटारसी। पुरानी इटारसी मीठा कुआ के पास एक महिला ने दोपहर में अचानक फांसी लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। गनीमत यह रही कि समय रहते महिला के पुत्र ने पुलिस को और पड़ोसियों को सूचना दी जिससे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला को बचा लिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुरानी इटारसी में सनखेड़ा नाका क्षेत्र के मीठा कुआ के पास रहने वाली महिला कृष्णा सोलंकी ने दोपहर में घर के दरवाजे अंदर से बंद करके साड़ी का फंदा बनाकर फांसी लगाने का प्रयास किया। महिला के दस वर्षीय पुत्र दीपेंद्र ने खिड़की से मां को जब ऐसा करते हुए देखा तो दौड़कर दो किलोमीटर दूर सिटी थाने में आकर खबर दी। थाने में ड्यूटी पर मौजूद एसआई अशोक बरबड़े ने तत्काल टीम को लेकर बच्चे के साथ उनके घर पहुंचे तो दरवाजा अंदर बंद था। सूचना मिलते ही मौके पर एफआरवी 3 भी पहुंच गयी। स्थानीय लोगों व पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़ा और अंदर फंदे पर झूल रही महिला को सावधानी के साथ नीचे उतारा। इसके बाद पुलिस ने महिला को डॉयल 100 से शासकीय अस्पताल लाकर भर्ती कराया। यहां डॉक्टर ने महिला का उपचार शुरू किया। फिलहाल महिला की हालत खतरे से बहार है।
दो किलोमीटर दौड़ा पुत्र
मां को इस हालत में देखकर पुत्र दीपेंद्र स्तब्ध रह गया। उसने बिना को सोचे और बिना देर किए पुलिस थाने के लिए दौड़ लगा दी। दौड़ते हुए अपने घर से लगभग दो किलोमीटर दूर सिटी थाने पहुंचकर पुलिस को घटना की जानकारी दी। आमतौर पर इस उम्र के बच्चे इतनी सतर्कता नहीं दिखा पाते। मां की हालत को देखकर दीपेंद्र सदमे और दु:ख में था। दीपेंद्र कक्षा पांचवी का छात्र है साथ ही कल से उसके पेपर भी शुरू हो रहे है, इसके चलते यह सब घटित होना दुखमय है।
पुलिस की तत्परता रंग लायी
घटना की सूचना मिलने के साथ ही मौके पर पहुंचे एसआई अशोक बरबड़े ने बताया कि महिला को देखकर स्थिति नाजुक लग रही थी परंतु समय पर इलाज मिलने से हमारे प्रयास सफल हो गए। आमतौर पर पुलिस को कहा जाता है कि वे सब जगह देरी से और घटना होने के बाद ही पंहुचती है पर यह कार्य उस कहावत का कटाक्ष साबित हुआ।
मजदूरी कर घर चलाती है कृष्णा
महिला के पुत्र ने बताया कि उसकी मां मजदूरी करती है, और उसके पिताजी का निधन हो चुका है। फिलहाल घर में दीपेंद्र और उसकी मां कृष्णा ही रहते हैं। पिछले कुछ दिनों से पारिवारिक विवाद के चलते घर में तनाव का माहौल बना हुआ है, संभवत: इसी के चलते महिला ने यह कदम उठाया होगा। हालांकि अभी फांसी लगाने के कारण की पुष्टि नहीं हुयी है क्योंकि पुलिस महिला के बयान नहीं ले पायी है।