इटारसी। मप्र पटवारी संघ के आह्वान पर तहसील के पटवारियों ने अपना बस्ता तहसीलदार को सौंपकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। पटवारी संघ ने प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी के पटवारियों के लिए दिये गये रिश्वतखोर वाले वक्तव्य से नाराज होकर यह कदम उठाया है। संघ का कहना है कि जब तक मंत्री माफी नहीं मांगते, यह हड़ताल जारी रहेगी।
प्रदेश के उच्च शिक्षा एवं खेल मंत्री जीतू पटवारी द्वारा इंदौर के ग्राम रतवासा में पटवारियों को रिश्वतखोर कहने पर प्रदेश के पटवारी नाराज हैं। मप्र पटवारी संघ के आह्वान पर गुरुवार को तहसील के समस्त पटवारियों ने तहसीलदार को अपने बस्ते सौंपकर बेमियादी हड़ताल पर चले गये हैं। पटवारी इस बात से भी नाराज हैं, कि उच्च शिक्षा मंत्री ने आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम के सार्वजनिक मंच से मप्र के सभी सौ फीसद पटवारियों को रिश्वतखोर कहा, और 2 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी प्रदेश के पटवारियों एवं गिरदावलों पर लाखों रुपए रिश्वत लेने संबंधी बेबुनियाद मनगढ़त आरोप लगाकर पटवारियों को मानसिक कष्ट पहुंचाया है। मप्र पटवारी संघ तहसील शाखा के वरिष्ठ संरक्षक हितेष पटेल ने कहा कि वे कोई राजनीतिक टिप्पणी तो नहीं करना चाहते, लेकिन उनके करीब पच्चीस साल की इस सेवा में ऐसे बयान पहली बार सुनने को मिले हैं। उनका कहना है कि पटवारियों को काफी काम होते हैं। वे शासन के 45 विभागों से जुड़े काम देखते हैं। पटवारी को आम जनता से सीधा कोई जुड़ाव नहीं होता है। आजकल तो ऑन लाइन आवेदन का जमाना है। लोगों को ऑनलाइन आवेदन करना चाहिए। दरअसल जिनके अनैतिक काम नहीं किये जाते हैं, वे लोग इस तरह की बेबुनियादी बातें करके पटवारियों को बदनाम करते हैं।
मप्र पटवारी संघ तहसील शाखा इटारसी के अध्यक्ष प्रदीप यादव का कहना है कि मप्र पटवारी संघ भोपाल के प्रांतीय आह्वान पर आज से बस्ता जमा करके पूर्ण हड़ताल प्रारंभ की है। मंत्री ने जिस प्रकार के बयान दिये हैं, वह निंदनीय हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी पटवारियों के स्वाभिमान पर चोट पहुंचायी है। जब तक ये नेता अपने बयान के लिए माफी नहीं मांग लेते, यह हड़ताल जारी रहेगी।