इटारसी। पानी की कमी से जूझ रहे शहर में पानी के बचाव के लिए नगर पालिका प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है। मंगलवार को मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इससे पहले सीएमओ वाहन धुलाई केन्द्रों पर भी रोक के आदेश जारी कर चुके हैं।
सीएमओ हरिओम वर्मा ने भवन निर्माण कार्यों पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है। अग्रिम आदेश तक भवन निर्माण पर पूर्णत: रोक लगी रहेगी। बता दें कि रोज भवन निर्माण में हजारों लीटर पानी का उपयोग किया जा रहा है, जबकि नगर में पानी की कमी है, ऐसे में सभी भवन निर्माणकर्ताओं व कालोनाईजर्स को मकानों का निर्माण कार्य तुरंत बंद करने को कहा है।
वर्षाकाल तक बंद रखें कार्य
सीएमओ के आदेश में कहा गया है कि ग्रीष्मकाल तथा शहर के भूजल स्तर में आ रही गिरावट को दृष्टिगत रखते हुए नगरीय क्षेत्र अंतर्गत भवन निर्माण हेतु बोरवेल से भूजल का उपयोग करने वाले कालोनाईजर/भवन निर्माणकर्ता भवन निर्माण कार्य वर्तमान में रोक दें एवं वर्षाकाल तक निर्माण कार्य बंद रखें ताकि शहर में भूजल स्तर में आ रही गिरावट को कम किया जा सके। सीएमओ श्री वर्मा ने कहा कि शहर में मुनादी भी करा दी है। नागरिकों में भूजल संरक्षण के लिए जागरुकता अभियान चलाया जाएगा जिससे नगरवासी वाटर रीचार्ज तकनीक के माध्यम से भूजल स्तर को बढ़ाने में सहयोग करें।
वाहन धुलाई सेंटर पर भी रोक है
करीब पांच दिन पूर्व ही सीएमओ ने शहर में वाहन धुलाई सेंटर के अलावा एजेंसी पर भी वाहन धुलाई पर प्रतिबंद लगाया था। हालांकि यह प्रतिबंद केवल कागजों में है और जमीनी हकीकत में सबकुछ पहले की तरह ही चल रहा है। रोज हजारों लीटर पानी गाडिय़ों की धुलाई में बर्बाद हो रहा है। प्रशासन को इन पर भी रोकथाम के लिए भी कड़े कदम उठाना जरूरी हैं। पाइप से वाहन पर ही कई लीटर पानी बर्बाद होता है। धुलाई सेंटरों पर पानी की रोकथाम के लिए पाइप की जगह डिब्बे में पानी लेकर गाड़ी की धुलाई के नियम लागू होने चाहिए, जिससे हजारों लीटर पानी की बर्बादी रोकी जा सके।