रातभर धधकती रही भवन की लकडिय़ों में आग
इटारसी। रेल जंक्शन के प्लेटफार्म एक पर मंगलवार की शाम लगी आग पर काबू तो पा लिया गया था, लेकिन लकडिय़ों में आग रातभर धधकती रही। इस दौरान रात करीब पौने बारह बजे और बुधवार को सुबह करीब दस बजे पुन: सुलग उठी।
भवन की छत पर लगी सागौन की सूखी लकडिय़ों में आज सुबह दस बजे फिर आग उठती देख हड़कंप मच गया। तत्काल स्टेशन प्रबंधक और कर्मचारियों ने वाटरिंग लाइन से पाइप डालकर आग बुझाई और पानी का टैंकर बुलाकर प्रेशर से आग बुझाई। इस हादसे से रेलवे की करोड़ों रुपए की संपत्ति जल गई है। डीआरएम ने हादसे की जांच के लिए 5 सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है, जो तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट पेश करेगी। यह टीम इस बात की छानबीन करेगी कि आग शार्ट सर्किट से लगी है, या कोई दूसरी जगह से चिंगारी भड़की। इस हादसे से रेलवे ऑपरेशन और यात्री सुविधाएं दोनों चरमरा गई हैं।
रात भर रही आग, दो बार भड़की
अग्निकांड के बाद शाम करीब छह बजे रेल अधिकारी निश्चिंत हो गए कि आग बुझ गई है, लेकिन रात करीब पौने बारह बजे पुन: आग सुलगी जिसे कुछ देर के प्रयास से पुन: बुझा दिया। देर रात रेलवे की ओएचई एवं प्लेटफार्म की बिजली सप्लाई ठप रहने से यहां अंधेरा पसरा रहा। सुबह करीब 10 बजे एएच व्हीलर के बुक स्टॉल के ऊपर पुराने सागौन में आग और धुआं नजर आते ही फिर अफरा-तफरी मच गई। तत्काल इस आग को बुझाया गया। रात भर प्लेटफार्म के शेड और सागौन की लकडिय़ों से धुआं उठता रहा। रात भर कर्मचारी आग की निगरानी में जुटे रहे।
जांच के लिए बनी टीम
जांच टीम में स्टेशन प्रबंधक एसके जैन, आरपीएफ टीआई एसपी सिंह, एसएसई सिविल मुकेश अग्रवाल, एसएसई सीएंडडब्लयू जेएन सिंह, एसएसई इलेक्ट्रिकल मो. परवेज, डीसीआई अंकभूषण दुबे शामिल हैं। सभी अफसर हादसे पर पूरी रिपोर्ट तैयार कर डीआरएम को देंगे।
इनका कहना है…!
सही है कि इटारसी स्टेशन पर बार-बार आगजनी हो रही हैं। हम इसकी रोकथाम के लिए आपदा प्रबंधन के लिए प्लानिंग करेंगे। प्रस्तावित होम प्लेटफार्म पर आपातकालीन द्वार, अग्नि सुरक्षा प्रबंधन एवं फायर बिग्रेड के अंदर तक जाने जैसी सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा।
शोभन चौधरी, डीआरएम
रेलवे परिसर में आगजनी होने पर मामला दर्ज होता है। रेलवे ने कोई सूचना नहीं भेजी। स्वत: संज्ञान के अनुसार आगजनी की रिपोर्ट दर्ज की है। हम इस घटना की जांच भी कराएंगे।
बीएस चौहान, थाना प्रभारी जीआरपी