भाई को भाई का हक नहीं छिनना चाहिए – पं.शास्त्री

Post by: Manju Thakur

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इटारसी। भारत का इतिहास लाखों वर्ष पुराना है, यहां की धरती पर देवी-देवताओं और ऋषि मुनियो ने जन्म लिया हैं। पूरी दुनिया में धरती को माता केवल अपने भारत में ही कहा जाता है। यह उदगार नालंदा एजुकेशन सोसायटी एवं चौकसे परिवार के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ के तृतीय दिवस कलचुरी भवन नई गरीबी लाईन के व्यास मंच से संबोधित करते हुए पं. मधुसुदन शास्त्री कहें।
पं. मधुसुदन शास्त्री ने कहा यह देश राम का है, इस धरती पर रहने वाले हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, इसाई सभी का है।
कथा को विस्तार देते हुए आचार्य पं. मधुसुदन शास्त्री ने कहा कि श्रीमद् भागवत पुराण में महाभारत के कई व्रतांत आए है, यह हमें इस बात की शिक्षा देते है कि भाई को भाई का हक नहीं छिनना चाहिए। युधिष्ठिर को षडयंत्र पूर्वक दुर्योधन ने भरी राजसभा में चौसर खेलने के लिए बुलाया उन्हें पराजित किया। द्रोपदी का चीरहरण किया गया, लाक्षाग्रह में पांचो पांडवों को जलाने की कोशिश की गई यह सब वो कारण थे तो हस्तनापुर की बर्बादी में निमित्त बनें। योगेश्वर श्रीकृष्ण ने हर स्तर पर दुर्योधन के पिता धृतराष्ट्र को समझाया लेकिन पुत्रमोह में उन्होंने दुर्योधन का ही पक्ष लिया जिसके कारण महाभारत का युद्ध हुआ।
नालंदा एजुकेशन सोसायटी एवं चौकसे परिवार के द्वारा श्रद्धालुआंे के बैठने की व्यवस्था विशेष रूप से की गई।
कथा के यजमान श्रीमती राधाबाई, अभिनय चौकसे, श्रीमती वैशाली चौकसे, अनुराग चौकसे श्रीमती दीपिका चौकसे, दिनेश एवं भारती, अजय चौकसे एवं अंचल चौकसे सहित श्रद्धालुओं ने कथा के प्रारंभ में व्यासपीठ का पूजन अर्चन किया।

श्रीकृष्ण जन्म महोत्सव बुधवार को होगा
कथा के चतुर्थ दिवस कलचुरी भवन में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा जिसकी तैयारियां आयोजकों द्वारा प्रारंभ कर दी गई है।

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