होशंगाबाद। महाकाल महाकाल दर्शन को गई राजस्थान की पूर्व मंत्री और विधायक गोलमा देवी को महाकाल मंदिर प्रशासक ने मंदिर के गर्भगृह में दर्शन नहीं करने दिए। प्रशासक ने उनके कपड़ों को दर्शन के अनुरूप नहीं माना। जबकि गोलमा देवी ने पारंपरिक राजस्थानी परिधान पहना था। इससे पहले भी एवरेस्ट फतह करने वाली अरुणिमा का अपमान हो चुका है। तब भी प्रशासक ने बताया था कि वे निर्धारित कपड़ों में नहीं थीं, इसलिए प्रवेश नहीं दिया। मंदिर में दर्शन के लिए उनके साथ अपमानजनक व्यवहार हुआ। तब कहा था की लाउंज में महिलाओं के लिए सारी एसेसरीज रखी जाएंगी ताकि बाहर से आने वाले महिला दर्शनार्थी को परेशान नहीं होना पड़े। पर दो दिन पहले पूर्व सांसद किरोड़ीलाल मीणा के साथ गोलमा देवी दर्शन के लिए पहुंची तो उनको दर्शन नहीं करने दिया गया। इससे आदिवासी समाज की बुजुर्ग विधायक का अपमान को लेकर आदिवासी समाज ने कड़ी निंदा की है।
मंगलवार को मीणा समाज शक्ति संगठन होशंगाबाद ने कहा कि राजस्थान की पूर्व मंत्री एवं वर्तमान लक्ष्मणगढ़ से विधायक गोलमा देवी को उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में अपने पति डॉ किरोड़ीलाल मीणा के साथ दर्शन करने आई हुई थी, लेकिन उन्हें मंदिर प्रशासन के लोगों ने यह कहकर रोक दिया की आपके वस्त्र सही नहीं हैं, जबकि गोलमा देवी ने राजस्थान में पहने जाने वाली परम्परा अनुसार लुगढ़ा ओढ़ रखा था। यह परिधान राजस्थान के साथ पूरे भारत में राजपूत समाज की महिलाएं भी पहनती हैं। यहां तक की पद्मावती भी लुगढा ही ओढ़ती थीं।
मध्यप्रदेश के मालवा अंचल समेत बुंदेलखंड में भी कुछ समाज की महिलाएं लुगढा ओढ़ती हैं, लेकिन महाकाल मंदिर को इसकी जानकारी नहीं है। ऐसा लगातार हो रहा है, इस संबंध में मीणा समाज शक्ति संगठन ने संयुक्त कलेक्टर आदित्य रिछारिया को प्रधानमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन के दौरान जिलाध्यक्ष माखन मीना, आकाश मीना, राकेश मीना, विक्की मीना, सुरेंद्र मीना, अंकित मीना, पुष्पेंद्र मीना, सुनील मीना, सिद्धार्थ मीना, पंकज मीना एवं अन्य सामाजिक बंधु उपस्थित रहे। मीणा समाज जल्द ही राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपेगा।
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महाकाल दर्शन नहीं करने देने पर मीणा समाज नाराज
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