इटारसी। राज टाकीज से ग्वालबाबा तक रेलवे द्वारा सड़क का नव निर्माण किया जा रहा है लेकिन इसकी निर्माण गति धीमी होने के कारण शहरी व ग्रामीण राहगीरों को आवागमन में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। नाला मोहल्ला में आंतरिक मार्गों की सड़कें भी खराब हो रही हैं।
कई वर्षों की प्रतीक्षा के बाद रेल विभाग ने राज टाकीज से ग्वाल बाबा तक के मुख्य मार्ग की समाप्त हो चुकी सड़क का निर्माण कार्य गत एक माह पूर्व प्रारंभ किया था। कई जन आंदोलनों के बाद जब यह सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ तो शहर की आधी आबादी एवं यहां से प्रतिदिन निकलने वाले हजारों ग्रामीणों में प्रसन्नता थी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीत रहा है, वैसे-वैसे लोगों के मन की वह प्रसन्नता पीड़ा में बदलते जा रही है। चूंकि यह सड़क निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है। इस कारण से नाला मोहल्ला के लोग अत्यधिक परेशान हैं। चूंकि इस रोड का पूरा यातायात राज टाकीज तिराहे से डायवर्ट किया गया है, जो बजरंगुपरा के रास्ते नाला मोहल्ला में प्रवेश करता हे। यहां के मुख्य मार्ग पर कोई दिक्कत नहीं है लेकिन अंदर गलियों से रूट डायवर्ट होता है तो बड़े वाहन फंस जाते हंै और उनके कारण छोटे वाहन भी नहीं निकल पाते हंै। उनके कारण छोटे वाहन भी नहीं निकल पाते हैं। यहां की गलियों में रहवासियों ने वैसे भी अतिक्रमण कर सीढ़ी व चबूतरे बना रखे हैं, अत: जब जाम लगता है तो परेशान राहगीर होते हैं। यहां बार-बार जाम लगने से परेशान यहां के एक निवासी राजेश चौधरी ने बताया कि बड़े वाहनों पर रोक नहीं लगी तो बड़े हादसे भी हो सकते हैं।
उपरोक्त सड़क का नवनिर्माण तो हो रहा है लेकिन उसकी चौड़ाई नहीं बढ़ाई जा रही है। छह दशक पहले रोड की चौड़ाई जैसी थी, वैसी ही करीब पांच मीटर चौड़ाई अब भी है, जबकि यातायात कई गुना बढ़ गया है। हालात यह है कि यहां से एम्बुलेंस निकलना भी असंभव हो गया है। यहां जाम में फंसे राहगीरों का भी कहना है कि राज टाकीज तिराहे से अतिक्रमण हटना चाहिए। इसके अलावा यहां पर यातायात पुलिस के दो जवान भी पूरे समय तैनात रहने चाहिए। इस सड़क निर्माण कार्य के चलते इस मार्ग से वेंकटेशनगर बारह बंगला एवं उससे लगे अन्य आबादी क्षेत्र के लोगों को अब पुरानी इटारसी के रास्ते आवागमन करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।