वेबकास्ट, सीसीटीव्ही और वीडियोग्राफी होगी
होशंगाबाद। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिले के 1174 मतदान केन्द्रों में से 360 मतदान केन्द्र वल्नरेबल और संवेदनशील मतदान केन्द्रों की श्रेणी में रखे गये हैं। इन मतदान केन्द्रों पर मतदान के दिन हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर कैमरों से नजर रखी जायेगी।
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी केडी त्रिपाठी ने बताया कि जिले के 142 मतदान केन्द्रों की वेबकास्ट होगी और 151 मतदान केन्द्रों की सीसीटीव्ही कैमरों से निगरानी की जायेगी। जबकि 87 मतदान केन्द्रों पर मतदान की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जायेगी। श्री त्रिपाठी ने बताया कि जिले में सर्वाधिक 100 क्रिटिकल मतदान केन्द्र विधानसभा क्षेत्र पिपरिया में हैं, जबकि सबसे कम 76 क्रिटिकल मतदान केन्द्र विधानसभा क्षेत्र होशंगाबाद में है। सोहागपुर विधानसभा में 86 तथा सिवनीमालवा विधानसभा में कुल 98 क्रिटिकल मतदान केन्द्र हैं।
जिले में वल्नरेबल और संवेदनशील केन्द्रों के रूप में चिन्हित मतदान केन्द्रों वाले क्षेत्र में मतदान दिवस के पहले से ही कड़ी नजर रखी जा रही है। ताकि मतदाताओं को डराने-धमकाने या किसी तरह का प्रलोभन देने का प्रयास न हो सके और ऐसे तत्वों पर सख्त कार्यवाही की जायेगी ।
एक झंडा और एक बैनर ही लगा सकेंगे
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के मुताबिक चुनाव लडऩे वाले अभ्यर्थी अपने चुनाव प्रचार अभियान के दौरान स्थानीय स्तर पर खोले जाने वाले अस्थाई कार्यालय में केवल एक झंडा और 4 गुना 8 फीट के आकार का एक बैनर ही लगा सकेगा। अभ्यर्थियों को ऐसे अस्थाई कार्यालय खोलने के पहले विधिवत अनुमति भी प्राप्त करनी होगी। अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी केडी त्रिपाठी ने बताया कि अभ्यर्थियों को अस्थाई कार्यालय की अनुमति इस आधार पर दी जा सकेगी कि ऐसा कार्यालय सार्वजनिक या निजी संपत्ति पर अतिक्रमण कर नहीं खोला जायेगा। अस्थाई कार्यालय किसी भी धार्मिक स्थान या धार्मिक स्थल के परिसर तथा शैक्षणिक संस्थान और अस्पतालों में भी नहीं खोला जा सकेगा। उम्मीदवार अपना अस्थाई कार्यालय मौजूदा मतदान केन्द्रों से कम से कम 200 मीटर के दायरे में भी नहीं खोल सकेंगे। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार अस्थाई कार्यालय में लगाये जाने वाले झण्डे और बैनर में अभ्यर्थी केवल पार्टी का प्रतीक अथवा फोटोग्राफ ही लगा सकेगा।