20 वर्ष में पहली बार बढ़ाया संपत्तिकर

Post by: Manju Thakur

नगर विकास के लिए संपत्तिकर दें
होशंगाबाद। विगत 20 वर्षों से नगरपालिका में किसी भी प्रकार का कर नहीं बढ़ा था। लेकिन वर्तमान परिदृश्य को ध्यान रखा जाए तो नगर और वार्डों सुव्यवस्थित करने के लिए एवं बड़े महानगरों की तर्ज पर तथा नगरवासियों को और अच्छी सुविधा उपलब्ध करान के लिए कर में वृद्धी की गई है। जबकि विगत 20 वर्षों से पूर्व की परिषदों ने किसी भी प्रकार का कर नहीं बढ़ा था।
ऐसे समझे संपत्तिकर
जोन ए
आपके घर का क्षेत्रफल एक हजार वर्गफिट है तो 24 रूपए प्रति वर्ग फिट के हिसाब से कुल 24 हजार वार्षिक भाड़ा होगा। इस राशि में से 10 प्रतिशत यानि की 24 सौ रखरखाव की छूट मिलती है। शेष बची रकम 21600 रूपए का मात्र 7 प्रतिशत यानि की 1512 रूपए का 50 प्रतिशत यानि की 756 वार्षिक संपत्तिकर देय होगा। यानि की 76 पैसे प्रति वर्गफिट, किंतु अगर मकान मालिक किराएदार को भवन किराए पर देता है, तो 50 प्रतिशत की छूट की पात्रता स्वत: समाप्त हो जाएगी और 1512 संपत्तिकर का देय होगा।
जोन बी
यदि आपके घर का क्षेत्रफल 1 हजार फिट है तो 22 रूपए वर्गफिट के हिसाब से कुल 22 हजार वार्षिक भाड़ा होगा। इस राशि में से कुल 10 प्रतिशत रखरखाव की छूट मिलती है। शेष बची रकम 19800 का मात्र 7 प्रतिशत संपत्ति का देय होगा। यानि की 1386 का प्रतिशत यानि 693वार्षिक संपत्तिकर देय होगा। यानि 69 पैसे प्रतिवर्गफिट होगा। अगर मकान मालिक किराएदार को भवन किराए पर देता है तो उसमें 50 प्रतिशत की छूट समाप्त हो जाएगी इसके चलते 1386 रूपए का संपत्तिकर देय होगा।
जोन सी
यदि आपके घर का क्षेत्र 11 सौ वर्गफिट है तो 18 रूपए प्रतिवर्ग फिट के हिसाब से कुल 18 हजार रूपए वार्षिक भाड़ा राशि में से 10 प्रतिशत रखरखाव की छूट मिलती है। शेष बची रकम 16200 रूपए का 7 प्रतिशत यानि 1134 का 50 प्रतिशत यानि की 567 वार्षिक संपत्तिकर देय होगा। यानि 57 पैसे प्रति वर्गफिट। किंतु यिद मकान मालिक भवन किराए पर देता है तो 50 प्रतिशत की छूट स्वत: समाप्त हो जाएगी और इसके चलते उन्हें 1134 वार्षिक संपत्तिकर देय होगा। नपाध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल ने नागरिकों से कहा कि नगर हित में कर जमा करें तथा नगर विकास में सहयोग बनें। श्री खंडेलवाल बताया कि विगत 20 वर्षों से संपत्तिकर की राशि नहीं बढ़ाई गई, वर्तमान परिदृश्य में यह बढ़ोत्तरी अति आवश्यक थी। आप सभी नगरवासियों को यह बताना आवश्यक है कि नगरपालिका परिषद द्वारा लियाजाने वाला संपत्तिकर संपूर्ण मप्र में सबसे कम है। अत: नगर विकास, वार्ड विकास तथा और अधिक सुविधाओं के लिए नपा के संपत्तिकर का भुगतान अवश्य करें।

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