रीतेश राठौर, केसला। श्री रामायण मंडल हनुमानधाम वेलफेयर सोसाइटी केसला (Shri Ramayana Mandal Hanumandham Welfare Society Kesla) ने विस्थापित मंदिर के निर्माण कार्य में हो रही अनियमितता को लेकर एसडीएम (SDM) को इटारसी (Itarsi) कार्यालय में आवेदन दिया।ग्रामीणों ने बताया कि प्राचीन हनुमान मंदिर (Ancient Hanuman Mandir) फोरलेन (Fourlane) निर्माण दूसरी जगह बन रहा है, जिसके निर्माण कार्य में अत्यधिक लापरवाही की जा रही है जिससे ग्रामीणों में रोष है। मंदिर निर्माण कार्य एनएच (NH) के द्वारा किया जा रहा है। ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य मे घोर लापरवाही हो रही थी जिसकी सूचना एनएच अधिकारी को दी। ठेकेदार और ग्रामीणों के साथ तालमेल नहीं हो पा रहा है। ठेकेदार मनमानी कर रहा है।
श्री रामायण मंडल हनुमान धाम वेलफेयर सोसाइटी केसला समिति के अध्यक्ष जगदीश सोनी, सचिव अश्वनी व्यास, कोषाध्यक्ष राजेश राठौर, पं. संजय दुबे, सुदेश राठौर, पं. अजय तिवारी, शुभम श्रीवास, अशोक राठौर, ब्राह्मण समाज जिलाध्यक्ष पंडित जितेंद्र ओझा, सांसद प्रतिनिधि सोनू दीक्षित, अजय बाजपाई, घस्सी राठौर, पत्रकार रितेश राठौर केसला आदि ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय में आवेदन दिया है।
ये मांगें हैं ग्रामीणों की
– पुराने मंदिर के पीछे सार्वजनिक कुआं है जिसमें वर्षभर पानी भरा रहता है। फोरलेन निर्माण के चलते वह कुआं भी विस्थापित हो रहा है। पानी के लिए निजी स्त्रोत ( बोरवेल, नलकूप) करा दिया जाए तो निर्माण कार्य में पानी की पूर्ति हो सकेगी, साथ ही पेयजल की भी स्थाई व्यवस्था हो सकेगी।
– आरसीसी वर्क के ऊपर तराई बिल्कुल भी नहीं हो पा रही है जबकि निर्माण कार्य मार्च-अप्रैल मई-जून की भीषण गर्मी में होना है।
– गुणवत्ता का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। निर्माण सामग्री खुले मैदान में सूनी पड़ी हुई है।
– हाईवे से मंदिर की ऊंचाई कम से कम 3 फीट ऊंची रखी जाए क्योंकि जिस नाले से पानी की निकासी होती थी, वह फोरलेन के चलते बंद हो चुका है। बरसात में वह स्थान तालाब का रूप ले लेगा।
– छत लेवेल पर तीनों साइड 3-3 फिट का छज्जा निकाला जाए, जिससे पानी की बौछारें मंदिर के अंदर न आएं तथा 8- 10 इंच का पट्टा पीछे की ओर निकाला जाए।
– गुब्बद का निर्माण अति आधुनिक कार्यशैली में करवाया जाए।
– सभी ग्रामीणों की आस्था का एकमात्र केंद्र है इस बात का ख्याल रखा जाए एवं मंदिर समिति कार्य की हर सप्ताह मॉनिटरिंग करेगी।
इन सभी बातों को लेकर एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी को ज्ञापन दिया गया। एसडीएम ने एनएच अधिकारी से फोन पर बात की है। एसडीएम ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि ग्राम का मंदिर है, आप जैसा चाह रहे हैं वैसा ही होगा।