इटारसी। किसान आदिवासी संगठन (Kisan Tribal Organization) और समाजवादी जन परिषद् (Samajwadi Jan Parishad) के जुझारू नेताद्वय राजनारायण और सुनील की स्मृति में एक दो दिवसीय शिविर 25 एवं 26 अप्रैल को केसला (Kesla) में आयोजित किया। शिविर का समापन आज केसला स्थिति सजप कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा के साथ हुआ।
सोमवार को आयोजित शिविर में बैतूल (Betul), हरदा (Harda) एवं होशंगाबाद (Hoshangabad) जिले के पंद्रह-बीस गांवों के लगभग साठ कार्यकर्ताओं ने स्थानीय समस्याओं एवं देश दुनिया के वर्तमान हालात पर चर्चा की और आगे की रणनीति बनाई। पिपरिया (Pipariya) के वरिष्ठ समाजवादी चिंतक गोपाल राठी, हरगोविंद राय, लक्ष्मी सोनी इस अवसर पर विशेष रूप से उयस्थित थे। इस दौरान आदिवासी संस्कृति पर बढ़ते खतरे, जंगल पर स्थानीय समुदाय के अधिकार एवं खेती में कीटनाशक व रासायनिक खाद के बढ़ते प्रयोग आदि मुद्दों पर बातचीत कर संघर्ष तेज करने का निर्णय लिया गया।
दूसरे दिन 26 अप्रैल को हुए स्मृति सम्मेलन में इटारसी (Itarsi) से पूर्व प्राध्यापक एवं समाजसेवी कश्मीर सिंह उप्पल, भोपाल (Bhopal) से सामाजिक कार्यकर्ता योगेश दीवान एवं सुश्री यमुना सन्नी,पूर्व विधायक गुलजार सिंह मरकाम, बैतूल से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के वरिष्ठ नेता कल्लू सिंह उईके आदि ने शामिल होकर सुनील, राजनारायण के योगदान एवं वर्तमान संकट पर अपने विचार रखे।
इन वक्ताओं के अलावा सजप के वरिष्ठ नेता एवं जनपद सदस्य फागरार्म, सोहागपुर से मोतीराम तेकाम, केसला से सुश्री बिस्तोरी बाई आदि ने वक्तव्य दिए और राजनारायण और सुनील के विचारों और काम को आगे बढऩे का संकल्प लिया। इस अवसर पर सजप की दिवंगत वरिष्ठ साथी डॉ स्वाति वाराणसी, क्षेत्र के वरिष्ठ कार्यकर्ता लखनलाल मालवीय एवं तुन्ने सिंह के योगदान भी याद किया और उन्हें सामूहिक श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
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