पर्यटन किसे पसंद नहीं है? लेकिन आजकल धार्मिक स्थानों पर पर्यटन का ट्रेंड चल रहा है। इस तरह की यात्रा आपको धर्म और संस्कृति से जोड़े रखती है, साथ ही आपकी पर्यटन की इच्छा को भी पूर्ण कर देती है। आजकल धार्मिक स्थलों पर भी पर्यटन को ध्यान में रखकर सुविधाएं जुटायी जाने लगी हैं।
इसके अलावा इस दुनिया में दुख, मुसीबत, विपत्तियां की जीवन में भरमार हो गयी है। इनसे छुटकारा पाने का सबसे अच्छा जरिया है, भगवान की शरण में जाना।
देश में ऐसे अनेक धार्मिक स्थल हैं, जो मानसिक शांति प्रदान करते हैं। हालांकि इनके विषय में सकारात्मक और नकारात्मक विचार भी सामने आते हैं, लेकिन जिन्हें दुख है और वे इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो नकारात्मकता से परे सकारात्मक होकर ऐसे स्थलों पर पहुंचते हैं।
ऐसे ही स्थलों में एक है बागेश्वर धाम, जिसकी ख्याति तेजी से फैल रही है। इस बहुप्रसिद्ध तीर्थस्थल पर आजकल लोग बहुत जा रहे हैं और कई ने यहां से मानसिक शांति और शारीरिक कष्ट से मुक्ति को स्वीकार किया है।
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम सरकार मंदिर, ऐसा स्थल है जहां बागेश्वर धाम भगवान बाला जी का एक सुप्रसिद्ध मंदिर है और यहां लोग बहुतायत में दर्शन के लिए आते हैं।
यहां हनुमान जी का ही एक स्वरूप श्री बालाजी महाराज की प्रतिमा स्थित हैं। जिसे श्रद्धालु बागेश्वर बालाजी महाराज के नाम से जानते हैं। यहां पर प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु आते हैं।
श्री बागेश्वर बालाजी महाराज की कृपा से उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी जाती हैं एवं पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण महाराज के द्वारा सभी भक्तों की समस्याओं को सुना जाता हैं एवं समाधान किया जाता हैं।
इसके साथ ही यहां यूटूयूब, फेसबुक, टीवी के माध्यम से राम कथा का लाइव प्रसारण भी किया जाता हैं। जिसे श्रद्धालु घर बैठे मोबाइल, टीवी आदि के माध्यम से देख सकते हैं।
श्रद्धालुओं को मिलता है समाधान
बागेश्वर मंदिर धाम की विशेषता यह है कि यहां मंदिर में आने वाले अपनी अर्जी लगाकर समस्याओं का समाधान प्राप्त करते हैं। मंदिर के महाराज श्री धीरेन्द्र कृष्ण टोकन के माध्यम से लोगों की समस्याओं के समाधान हेतु बागेश्वर मंदिर धाम में भगवान बालाजी के सामने अर्जी लगाते हैं।
श्री बागेश्वर धाम महाराज के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु को टोकन प्राप्त करने होते है। इन्ही टोकन के आधार पर श्रद्धालु को दर्शन करने का मौका मिलता है।
यह टोकन बागेश्वकर धाम समिति द्वारा वितरित किया जाता हैं। बागेश्वर धाम दर्शन हेतु टोकन लेने के लिए प्रत्येक माह में एक विशेष दिन तय किया जाता हैं। यह टोकन सिर्फ एक दिन वितरित होते हैं। बागेश्वर धाम के इस टोकन लेने के लिए आपको सामान्य जानकारी जैसे नाम, स्थान, मोबाइल नंबर आदि जानकारी दर्ज करानी होती है।
आप भी भी बागेश्वर महाराज के टोकन प्राप्त कर दर्शन करना चाहते है तो पहले तो आप एक बार बागेश्वर धाम जाकर या टेलीफोन के माध्यम से तारीख पता कर सकते हैं कि किस तारीख को टोकन वितरित किये जाएंगे और उस तारीख को वहां जाकर टोकन प्राप्त कर बागेश्वर धाम में अर्जी लगा सकते हैं।
बागेश्वर धाम में घर बैठे कैसे अर्जी लगाएं?
यदि श्रद्धालु घर बैठे बागेश्वर धाम में अर्जी लगाना चाहते हैं। तो वह नीचे दिए गयें स्टे्प्स को फॉलो करके अर्जी लगा सकते हैं।
- मंदिर के पुजारी पंडित श्री धीरेन्द्र कृष्ण महाराज द्वारा बतायी गयी विधि के अनुसार, अर्जी लगाने के लिए सबसे पहले एक लाल कपड़ा लें और इसमें नारियल को लपेट दें। (इस नारियल को लपेटते समय अपनी मनोकामनाओं का ध्यान करना हैं)
- इस के बाद आपको बागेश्वर धाम का जाप (ॐ बागेश्वराय नमः) करते हुए नारियल को अपने पूजा के स्थल पर रख देना है।
- इस तरह से आप घर बैठे बागेश्वर सरकार धाम मंदिर के लिए अर्जी लगा सकते हैं।
कैसे पता करें आपकी अर्जी स्वीकार हुई की नहीं?
यदि आप यह पता करना हैं की आपकी अर्जी स्वीकार हुई की नहीं तो इसके लिए आपको इन बातो को ध्यान में रखना होगा।
- यदि आपकी अर्जी स्वीकार होती है तो आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को लगातार दो दिनों तक स्वप्न में बागेश्वर धाम के बन्दर स्वरुप दर्शन होंगे। यदि स्वप्न में दो दिनों तक बन्दर दिखाई देते हैं तो इसका मतलब हैं कि आपकी अर्जी स्वीकार कर ली गयी है।
- यदि आपकी अर्जी स्वीकार नहीं होती है तो भी आप निराश न हो आप इस विधि को फिर से अगले मंगलवार को दोहरा सकते हैं और ऐसा तब तक कर सकते हैं जब तक आप की अर्जी स्वीकार नहीं होती।
अर्जी लगाते समय ध्यान रखने योग्य बातें
अर्जी लगाते समय आपको प्याज, लहसुन, मांस या मदिरा आदि का परहेज करना चाहिए।
अर्जी के चार दिन तक नियमित रूप से ब्रह्मचर्य का पालन करें और मंत्रों का जाप करें।
चमत्कारों से भरा है बागेश्वर धाम
बागेश्वर धाम के महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने श्रद्धालुओं की मन की बात उनके बिना बताए ही जान लेते हैं और उनके दुखों का, कष्टों का निवारण भी करते हैं। बागेश्वर धाम की परीक्षा भी ली गई और कई प्रकार के सवाल पत्रकारों ने किये जिनका सटीक जवाब महाराज धीरेन्द्रकृष्ण शास्त्री ने दिया।
बागेश्वर धाम महाराज जी से मिलने के लिए आपको टोकन की आवश्यकता होती है। टोकन की आवश्यकता इसीलिए होती है क्योंकि बागेश्वर धाम पर श्रद्धालुओं की बहुत ही अधिक भीड़ रहती है। यह आश्रम करीब 8 एकड़ इलाके में फैला हुआ है।
यहां के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पूरे बुंदेलखंड में काफी चर्चित हैं। मान्यता है कि यहां पर लोगों की समस्याओं का निराकरण होता है। प्रति मंगलवार को दूर दराज के इलाकों से भक्त यहां पहुंचते हैं। भक्त अपनी समस्याओं को पर्ची में लिखकर लाते हैं, जिसका समाधान बिना पर्ची खोले उनको मिल जाता है।
5 साल पहले स्थापित हुई थी प्रतिमा
बागेश्वर धाम भूत भवन महादेव गढ़ा में स्थित है। लोगों का मानना है कि यह चंदेल कालीन सिद्ध पीठ है। सन् 1986 में ग्रामवासियों ने मंदिर का जीर्णाद्धार कराया था। उसके बाद सन 1987 के बीच में ग्राम गढ़ा के बाबा सेतुलाल महाराज उर्फ भगवानदास महाराज निर्मोही अखाड़ा चित्रकूट से दीक्षा प्राप्त करके बागेश्वर धाम पहुंचे थे। इसके बाद सन् 1989 में एक विशाल यज्ञ आयोजन कराया गया था। इसके बाद से यह बागेश्वर धाम धीरे-धीरे पूरे क्षेत्र में चर्चित हो गया। आमजन ही नहीं सांसद, मंत्री तक यहां दर्शनों के लिए पहुंचते हैं।
कैसे पहुंचें बागेश्वर धाम?
खजुराहो पन्ना रोड पर स्थित गंज नामक कस्बे से सड़क यात्रा करेंगे तो गंज से बागेश्वर धाम मंदिर की दूरी करीब 35 किलोमीटर है। इस सड़क मार्ग पर लगभग 3 किलोमीटर आगे गड़ा गांव नामक स्थान है। गड़ा गांव में एक भव्य मंदिर हनुमान बालाजी महाराज के दर्शन होते हैं। इसी मंदिर पर मंदिर के पुजारी एवं महाराज श्री धीरेन्द्र कृष्ण जी के द्वारा लोगों की समस्याएं सुनी जाती हैं और उनकी भगवान के सामने उनकी अर्जी लगायी जाती है।
यहां से मिलेंगे साधन
दिल्ली स्टेशन से एक ट्रेन सीधे मध्य प्रदेश, छतरपुर के लिए चलती है। छतरपुर रेलवे स्टेशन से बस या प्राइवेट टैक्सी की सहायता से मंदिर जाने के लिए यात्रा करनी होगी। यदि आप टैक्सी से यात्रा करते हैं तो टैक्सी वाला आपको खजुराहो पन्ना रोड से ले जाते हुए गंज के गड़ा गांव नामक स्थान पर छोड़ेगा जहां से आप 3 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके बागेश्वर मंदिर धाम पहुंच सकते हैं। आप सड़क मार्ग से मंदिर धाम जाएंगे तो पहले छतरपुर के लिए बस का पता करें। कार से भी बागेश्वर मंदिर धाम की यात्रा की जा सकती है।
- सड़क मार्ग से – यदि आप अपने खुद के वाहन से जाना चाहते है तो आप को सबसे पहले छतरपुर पहुंचना होगा। इसके बाद आपको यहाँ से 35 किलोमीटर दूर खजुराहो पन्ना मार्ग पर पहुँचना होगा। यहाँ पहुँचने पर आप को बड़ा टावर दिखाई देगा, जहा से आप को फिर 3 किलोमीटर अंदर जाना होगा। ऐसे आप सड़क मार्ग से बागेश्वर धाम पहुंच सकते हैं।
- ट्रेन से – यदि आप ट्रेन जाना चाहते हैं तो अपको अपने नजदीकी रेल्वे स्टेशन से छतरपुर स्टेशन पर रूकने वाली ट्रेन देखनी होगी। छतरपुर स्टेशन पहुंचने के बाद आप को बस या टैक्सी से 33 किलोमीटर खजुराहो पन्ना पहुंचना होगा। खजुराहो पन्ना पहुँचने के बाद आपको 3 किलोमीटर गंज नाम की जगह से और अंदर आना होगा जहाँ आप धाम पर पहुंच जाएंगे।
- बस से – यदि आप बस से जाना चाहते हैं तो तो आप को अपने नज़दीकी बस स्टेशन से जाकर छतरपुर के लिए बस का पता करना होगा। छतरपुर बस स्टेशन पर सभी प्रकार की बस जाती हैं।
- हवाई मार्ग से – यदि आप हवाई मार्ग से जाना चाहते हैं तो आपको खजुराहों एयरपोर्ट पर पहुंचना होगा। इसके बाद खजुराहो एयरपोर्ट से आप बस या टैक्सी से छतरपुर पहुंचकर सड़क मार्ग से आसानी से पहुंच सकते हैं।
ठहरने की व्यवस्था
बागेश्वर धाम छतरपुर में श्रद्धालु के लिए ठहरने की भी अच्छी व्यवस्था है। यहाँ कई जगहों पर रैन बसेरा भी बने हुए हैं, जहाँ श्रद्धालुओं को आसानी से ठहरने हेतु जगह मिल जाती हैं। साथ ही भंडारे का प्रसाद भी सभी श्रद्धालुओं के लिए खुला है जो कि सुबह 10 बजे और रात 8 बजे भोजन के रूप में प्रसाद दिया जाता है।
यदि आप होटल में रुकना चाहते हैं तो आप को बागेश्वर धाम से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खजुराहो में होटल मिल जाएंगे। आप वहां अपनी सुविधा के अनुसार ठहर सकते हैं।
बागेश्वर धाम का पता
Garha, Ganj, Chhatarpur, Madhya Pradesh, India Pin code – 471105
बागेश्वर धाम हेल्पलाइन नंबर : 8800330912