- – 120 दिन की अपेक्षा 35 दिन में फसल तैयार हो गयी
इटारसी। धान (Paddy) की फसल का गलत बीज देने की शिकायत लेकर आज मरोड़ा (Maroda) क्षेत्र के किसान तहसीलदार (Tehsildar) के पास पहुंचे और ज्ञापन देकर किसान (Farmer) और कंपनी (Company) के खिलाफ एफआईआर (FIR) कराने की मांग की। मरोड़ा के किसानों ने तहसीलदार को एक ज्ञापन सौंपते हुये दुकानदार और कंपनी के खिलाफ एफआरआई की मांग की है। पुरानी इटारसी (Old Itarsi) कैलाश बिहार कॉलोनी (Kailash Bihar Colony) स्थित फर्टीलाइजर (Fertilizer) दुकानदार से मरोड़ा के किसानों ने धान का बीज लिया था।
किसानों ने धान की फसल की बोवनी भी की। धान की फसल 120 दिनों में पक्कर तैयार होना था, लेकिन 35 दिनों में फसल पक्ककर तैयार हो गई। धान की फसल 10 से 15 दिन में कटने के लिये तैयार हो जायेगी जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हो जायेगा। यह फसल काटने का यह समय ही नहीं है। बारिश का मौसम है और धान की फसल को सूखने के लिये धूप नहीं मिलने से फसल खराब हो जाएगी।
किसान रानू मालवीय (Ranu Malviya) का कहना है कि धान का जो बीज दुकानदार ने दिया था। उस बीज से 60 से 70 एकड़ जमीन में धान की फसल की बोवनी की गई थी। किसानों ने 120 दिनों में फसल काटने का अनुमान लगाया था। लेकिन 35 दिनों में फसल तैयार हो गई है। धान की फसल 10 से 15 दिनों में कटने के लिये तैयार हो जायेगी, जो किसानों के उपयोग के लिये नहीं है। धान की फसल खराब होने से किसानों को प्रति एक एकड़ में 80,000 रुपये का नुकसान होगा।
किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा मिले इसको लेकर आज तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया है। साथ ही दुकानदार एवं जिस कंपनी का बीज है, उसके खिलाफ कार्यवाही की मांग भी की है।