अखिल दुबे, इटारसी। हमेशा की तरह सुदृढ़ मिडफील्ड हार्दिक, मनप्रीत, विवेक, नीलकांता । जर्मनप्रीत को बोल लेकर चलना और बढ़िया से सीखना होगा। केवल स्लैप शॉट मारने मात्र से काम नहीं चलने वाला। आगे के मैच में आकाशदीप को जर्मनप्रीत की जगह मौका दिया जा सकता है।
सबसे सुखद रही जुगराज की वापसी
इसका डिफेंस भी अब बेहतर हुआ है, और बतौर ड्रैग फ्लिकर में भी अधिक मारक और उपयोगी। ड्रैग फ्लिक में स्पीड इसकी पहले से ही बेहतर है। यहां तक कि हरमनप्रीत सिंह से भी अधिक। डिफेंस में अमित रोहिदास की कमी साफ दिखाई दी। Pc डिफेंस में कुछ अच्छे रेशेज किए मनप्रीत ने।
संजय कुमार की अनुभवहीनता साफ दिखाई दी। आगे के मैच में ये कहीं भारी न पड़े। अरिजीत सिंह का डेब्यू शानदार रहा, उसके पास कमाल का स्किल है, और बड़े स्तर का टेंप्रामेंट भी।
गुरजंत सिंह का टीम में होना, मेरी समझ से बाहर, कीर्ति सेल्वम उनसे अधिक बेहतर विकल्प है। फॉरवर्ड लाइन में हुंदाल,सुखजीत,अभिषेक और कार्थी का कॉम्बिनेशन दर्शनीय और सुखद।
पिछले प्रो लीग में हम ब्रोंज मेडलिस्ट थे, जिसका लाभ हमें टोक्यो में मिला। इस बार भी यहां पर यूरोपियन टीम से खेले गए मैचेज का लाभ हमें पेरिस में मिलेगा। बतौर रणनीतिकार क्रेग फुल्टन कहीं बेहतर दिखाई दिए।
ग्राहम रीड की तुलना में आज शाम का मुकाबला फर्स्ट रेंक हॉलेंड से बेहद रोचक और हाई प्रोफाइल होने वाला है। सब कुछ झोंकना होगा हॉकी इंडिया को हॉलैंड के विरुद्ध तभी पार पाना संभव होगा।
स्पेन पर जीत के हार्दिक बधाई
हॉलैंड से जीतने के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं।