इटारसी। मध्यप्रदेश में अगले पांच दिन मौसम मिला जुला रहेगा। 25 मई से नौतपा प्रारंभ हो रहे हैं और इस दौरान कई जिलों में लू का प्रकोप रहने की संभावना है। कुछ जिलों में हल्की बारिश होने के भी आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार आज 23, 24 मई को भोपाल, विदिशा, रायसेन, बैतूल, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी मंडला, बालाघाट, सागर, पांढुर्ना में बारिश के आसार हैं।
अलग चौबीस घंटै में नर्मदापुरम, राजगढ़, सीहोर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, धार, उज्जैन में कहीं-कहीं हल्की बारिश और लू के भी आसार हैं।
हीटवेव का यलो अलर्ट
25 से 27 मई तक भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, इंदौर, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, मंदसौर, गुना, अशोकनगर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनूपपुर, कटनी, शहडोल, उमरिया, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और मैहर में हीटवेव का यलो अलर्ट जारी किया है।
हीटवेव का आरेंज अर्लट
धार, रतलाम, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, शिवपुरकलॉ, निवाड़ी में हीटवेव का आरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में कई जगह रातें काफी गर्म रहने वाली हैं। लू का असर रात में भी रहने की संभावना है।
25 मई से 2 जून तक रहेगा नवतपा
सूर्य 24 तारीख की मध्यरात्रि के बाद 3 बजकर 16 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इसलिए नौतपा 25 तारीख में माना जाएगा। नौतपा का आरंभ 25 मई से होगा और 2 जून तक रहेगा। नौतपा में भीषण गर्मी होती है आसमान से आग बरसने लगती है। जिसका असर न केवल मनुष्यों पर होता है बल्कि पेड़-पौधे नदी तालाब पर भी देखने को मिलता है। हालांकि, शास्त्रों में इसको लेकर मान्यताएं हैं कि नौतपा में कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिनको करने से व्यक्ति को कई जन्मों तक पुण्य फल मिलता है। नौतपा में क्यों बढऩे लगती है गर्मी शास्त्रों के अनुसार, जब-जब ज्येष्ठ मास में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो गर्मी बढ़ती है।
ऐसा इसलिए दरअसल, रोहिणी नक्षत्र चंद्रमा का नक्षत्र है और सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने से चंद्रमा की शीतला कम हो जाती है। इसलिए 9 दिनों तक भीषण गर्मी होती है। साथ ही इस अवधि में सूर्य धरती के और भी करीब आ जाते हैं। नौतपा में क्या करें नौतपा के दौरान पेड़ पौधे अधिक से अधिक लगाने चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए। पेड़ पौधे के साथ साथ पशु पक्षियों के लिए भी पानी की व्यवस्था करने से आपको पितरों का आशीर्वाद मिलता है और पितृ प्रसन्न होते हैं और ऐसा करने से व्यक्ति को पुण्य फल की प्राप्ति होती है। धार्मिक दृष्टिकोण से भी नौतपा बहुत खास होता है और मान्यता है कि इस दौरान यदि 9 दिनों तक भगवान सूर्यदेव की अराधना की जाए तो जीवन में मान, सम्मान, सुख, समृद्धि व खुशहाली आती है।