- – सूर्य पर बनेगा रिंग ऑफ फायर कल 2 अक्टूबर को
- – सूर्य-पृथ्वी के बीच चंद्रमा लगायेगा वलयाकार सूर्यग्रहण
- – भारत में नहीं दिखेगा आज रात्रि होने वाला सूर्यग्रहण
- – भारत में सूर्यग्रहण देखने के करना होगा 2027 का इंतजार
इटारसी। कल बुधवार 2 अक्टूबर की शाम को भारतीय समयानुसार रात्रि लगभग 9 बजकर 13 मिनट से सूर्यग्रहण की घटना होने जा रही है। इस ग्रहण को भारत में तो नहीं देखा जा सकेगा लेकिन अर्जेन्टीना, चिली में एन्यूलर या वलयाकार ग्रहण के रूप में देखा जा सकेगा। वहीं फिजी, उरूग्वे, ब्राजील पेरू आदि देशों में पार्शियल या आंशिक सूर्यग्रहण के के रूप में देखा जा सकेगा। यह ग्रहण रात्रि 3 बजकर 17 मिनट पर समाप्त हो जायेगा।
ग्रहण की वैज्ञानिक जानकारी देते हुये नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि इस खगोलीय घटना में पृथ्वी और सूर्य के बीच चंद्रमा के पहुंच जाने से कुछ देशों में सूर्य डिस्क का कुछ भाग दिखाई देना बंद हो जायेगा। इससे इन स्थानों पर वलयाकार ग्रहण तो कुछ स्थानों पर आंशिक ग्रहण दिखेगा। सारिका ने बताया कि आज के इस ग्रहण की स्थिति में चंद्रमा पृथ्वी से लगभग 4 लाख 2 हजार 3 सौ किमी की दूरी पर होगा जबकि सुपरमून की स्थिति में यह लगभग 3 लाख 60 हजार किमी दूर रहता है।
पृथ्वी से दूर रहने के कारण चंद्रमा सूर्य की डिस्क को पूरी तरह नहीं ढंक पायेगा जिससे सूर्य के बीच का भाग तो काला दिखेगा लेकिन चारों ओर का भाग चमकता हुआ रिंग ऑफ फायर के रूप में दिखेगा। एक गणितीय अनुमान के अनुसार इस ग्रहण का कुछ न कुछ भाग विश्व की जनसंख्या का लगभग 3.08 प्रतिशत लोग देख पायेंगे तो वलयाकार सूर्यग्रहण को लगभग 0.002 प्रतिशत लोग ही देख सकेंगे। सारिका ने कहा कि अगर आप मध्यप्रदेश सहित भारत में सूर्यग्रहण देखना चाहते हैं तो आपको करना होगा 2 अगस्त 2027 का इंतजार। उस दिन यहां 1 घंटे 24 मिनट तक आंशिक सूर्यग्रहण देखा जा सकेगा।
ग्रहण का प्रकार भारतीय समय (भारत में नहीं दिखेगा)
- पहली लोकेशन पर आंशिक ग्रहण आंरभ रात्रि 9 बजकर 12 मिनट 59 सैकंड
- अधिकतम ग्रहण रात्रि 12 बजकर 15 मिनट 04 सैकंड
- अंतिम लोकेशन आंशिक ग्रहण समाप्ति रात्रि 03 बजकर 17 मिनट 00 सैकंड