- नपाध्यक्ष ने किया एसएनजी ग्राउंड का त्योहारी बाजार फ्री
- नपाध्यक्ष और राजस्व सभापति ने फीता काटकर किया शुभारंभ
नर्मदापुरम। नगरपालिका परिषद द्वारा लोकल फार वोकल को बढ़ावा देने के लिए नई पहल की शुरूआत की गई है। एसएनजी ग्राउंड में लगने वाले त्योहारी बाजार को नपाध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव ने फ्री कर दिया है। एसएनजी ग्राउंड में अब दुकानदारों से किसी भी प्रकार की टैक्स वसूली या रसीद नहीं काटी जाएगी। त्योहारी बाजार में स्थानीय लोगों द्वारा बनाई हुई वस्तुओं का विनियम होता है, उनको बढ़ावा देने के लिए नपाध्यक्ष श्रीमती यादव ने यह निर्णय लिया है। इस पहल का स्थानीय दुकानदारों ने नपाध्यक्ष और राजस्व सभापति निर्मला हंस राय का आभार माना है।
बाजार शुभारंभ पर यह रहे मौजूद
बाजार का शुभारंभ नपाध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव द्वारा फीता काटकर किया गया। इस अवसर पर सिटी मजिस्ट्रेट ब्रजेंद्र कुमार रावत, तहसीलदार, राजस्व सभापति निर्मला हंस राय, विधायक प्रतिनिधि महेंद्र यादव, मुख्य नगरपालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले, कार्यालय अधीक्षक डॉ प्रशांत जैन, मंडल अध्यक्ष रोहित गौर, पूर्व पार्षदगण जीतू तिवारी, पंकज पांडेय, तेज कुमार गौर, अतुल भंडारी सहित नपा के अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
लोकल में बनी वस्तुओं को बढ़ावा दें
नपाध्यक्ष श्रीमती यादव एवं राजस्व सभापति श्रीमती राय ने स्थानीय नागरिकों से आव्हान किया है कि एसएनजी ग्राउंड में लगे त्यौहारी बाजार से स्थानीय वस्तुओं को खरीदें जिससे उन्हें बढ़ावा मिलेगा। वस्तु निर्माता और विक्रेता सभी हमारे ही बीच के लोग हैं। दोनों द्वार पर शुभ लाभ काउंटर गरीब बच्चों के लिए त्योहारी सामग्री नि:शुल्क प्रदान करने के लिए नपा द्वारा शुभ लाभ काउंटर दोनों द्वार पर बनाए गए हैं। जिसमें नागरिकों और दुकानदारों से सहयोग करने की अपील करें।
नपाध्यक्ष और सभापति ने की खरीदारी
त्योहारी बाजार का शुभारंभ कर नपाध्यक्ष श्रीमती यादव और राजस्व सभापति श्रीमती राय द्वारा खरीदारी की गई। उन्होंने रंगोली, मिट्टी के बर्तन तथा कलात्मक वस्तुओं की खरीदारी कर दुकानदारों का हौंसला अफजाई की। स्थानीय उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा नपाध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव ने बताया कि लोकल फॉर वोकल का मतलब स्वदेशी चीजों को खरीदने के साथ-साथ उनका प्रचार भी करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लोगों से इस अभियान की अपील की थी। इस अभियान का मकसद है कि देश के लोग अपने देश के उत्पादों पर आत्मनिर्भर बनें, जिससे छोटे-छोटे उद्योग पनप सकें और रोजगार पैदा हो।