महादेव मेला में पॉलिथिन प्रतिबंध का सख्ती से पालन कराने निर्देश

Post by: Rohit Nage

Instructions to strictly enforce the ban on polythene in Mahadev Mela
Bachpan AHPS Itarsi
  • पचमढ़ी में महाशिवरात्रि के अवसर पर महादेव मेला 17 से 26 फरवरी तक
  • कलेक्टर ने मेले की सभी तैयारियां 15 फरवरी तक पूर्ण करने के दिए निर्देश
  • कलेक्टर और एसपी ने की समीक्षा, महादेव मेले की तैयारियों के संबंध में बैठक आयोजित

नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के सुप्रसिद्ध हिल स्टेशन एवं पर्यटन स्थल पचमढ़ी में इस वर्ष 17 फरवरी से 26 फरवरी तक महादेव मेला आयोजित किया जाएगा। नर्मदापुरम कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना एवं पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह ने पचमढ़ी स्थित चंपक बंगलो होटल में प्रशासनिक अधिकारियों सहित मेला समिति सदस्य, एवं मंडलों की उपस्थिति में महादेव मेला की तैयारी की समीक्षा बैठक आयोजित की। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एसएस रावत द्वारा मेले की रूपरेखा के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। मध्य प्रदेश और विशेषकर महाराष्ट्र से मेला अवधि में लगभग 5 से 6 लाख श्रद्धालु पचमढ़ी पहुंचते हैं।

इस दौरान क्षेत्र संचालक एसटीआर राखी नंदा, कैंट बोर्ड सीईओ राहुल गजभिए, उप संचालक एसटीआर पूजा नागले, अपर कलेक्टर देवेंद्र कुमार सिंह, एसडीएम पिपरिया अनिशा श्रीवास्तव, डीएसपी ट्रैफिक संतोष कुमार मिश्रा, सीएमएचओ डॉ दिनेश देहलवार, आरटीओ निशा चौहान, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट राजेश जैन, आबकारी अधिकारी अरविंद सागर, तहसीलदार वैभव बैरागी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

सुव्यवस्थित कार्ययोजना

इस बार भी पचमढ़ी में बड़ी बसों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। मटकुली पर एक चेक पॉइंट बनेगा। पगारा के पास भी एक चेक पॉइंट रहेगा। दोनों चेक पॉइंट के माध्यम से वाहनों का प्रबंधन किया जाएगा। कलेक्टर ने ट्रैफिक पुलिस सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेला अवधि के दौरान ट्रैफिक का बेहतर प्रबंधन किया जाए। चिन्हित पार्किंग स्थलों पर भी पर्याप्त रोशनी सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं भी रहें। उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थल पर प्रवेश और निकासी के पृथक द्वार तैयार करें जिससे कि वाहनों का आवागमन आसानी से होता रहे। वाहनों के भी आवश्यक परमिट जारी किए जाएं। महादेव मार्ग पर जिप्सी के पिकअप एवं ड्राप पॉइंट निर्धारित किए जाएं साथ ही कुछ जिप्सी वाहनों की उपलब्धता रिजर्व वाहनों के लिए भी की जाए।

सभी आवश्यक मरम्मत कार्य

लोक निर्माण विभाग को मेला स्थल केे मार्ग में मरम्मत, पहुंच मार्ग और चौरागढ़ मंदिर की क्षतिग्रस्त सीढिय़ां और चबूतरों की मरम्मत, नांदिया जंक्शन की तरफ से प्रवेश मार्ग पर आवश्यक व्यवस्था सहित निर्देश हैं कि नांदिया के समीप कच्चे रास्ते पर पानी का छिड़काव भी करें जिससे की धूल आदि का गुबार ना उड़े। पेयजल संबंधी कोई भी समस्या उत्पन्न न हो इसका विशेष तौर पर खयाल रखें। मेला क्षेत्र में पेयजल की भी बेहतर व्यवस्थाएं की जाएं। कलेक्टर ने जनपद पंचायत सीईओ पिपरिया को निर्देशित किया कि साडा के साथ समन्वय कर पानी के टैंकरों को भी यथा उचित स्थान पर रखा जाए तथा समय-समय पर उनकी रिफिलिंग भी की जाती रहे।

पुख्ता एवं निर्बाध हो विद्युत व्यवस्था

मेला क्षेत्र में बिजली की भी सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जान, सुरक्षा मानदंड के अनुसार सभी जगह सुरक्षित विद्युत कनेक्शन सहित स्पष्ट निर्देश जारी किए कि मेला अवधि के दौरान किसी भी प्रकार के ब्लाइंड स्पॉट्स न छोड़ें सभी जगह पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाए। साडा पचमढ़ी एवं अधिकारियों को मेला क्षेत्र में सफाई, नियमित ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, कचरा प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था, सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर बैन का कड़ाई से पालन कराया जाए।

पचमढ़ी पहुंच मार्ग दुरुस्त करें

मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम को पचमढ़ी मार्ग में आवश्यक मरम्मत की जाने के साथ सड़क दुर्घटना की दृष्टि से संवेदनशील स्थलों को चिन्हित कर प्राथमिकता से सड़क सुधार करने के निर्देश दिए गए। साथ यह भी निर्देशित किया गया कि पचमढ़ी पहुंच मार्ग पर चिन्हित मोड़ों पर सुरक्षा की दृष्टि से अवतल दर्पणों की मरम्मत भी सुनिश्चित कर ली जाए। स्वास्थ्य विभाग को राउंड द क्लॉक मेडिकल टीम नियोजित करने, निर्धारित पॉइंट्स पर ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की व्यवस्था, बीमारियों के इलाज एवं प्राथमिक उपचार के लिए अस्थाई कैंप स्थापित करने, एंबुलेंस की तैनाती भी मेला क्षेत्र के निर्धारित स्थानों करने के निर्देश दिये।

आपात स्थिति से निपटने व्यवस्थाएं

आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत होमगार्ड, पुलिस, आपदा मित्र, स्वास्थ्य विभाग का अमला मुस्तैदी से तैनात रहे। साडा सीईओ को निर्देश दिए की सभी सेक्टर पर फायर एक्सटिंग्विशर की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें साथ ही यंत्र संचालन के लिए होमगार्ड विभाग पर्याप्त प्रशिक्षण भी प्राप्त करवाए। सूचनाओं के आदान-प्रदान करने के लिए पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम भी स्थापित किया जाए। सार्वजनिक अनाउंसमेंट की पहुंच को बढ़ायें। जगह-जगह पर डिस्प्ले बोर्ड लगाएं, कंट्रोल रूम का भी संचालन, खोया पाया केंद्र बनान के निर्देश दिए।

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