कल से बेमुद्दत बंद रहेगी कृषि मंडी
इटारसी। सोमवार को भी कृषि उपज मंडी में अनाज की खरीद नहीं होगी। मंडी में कार्यरत हम्माल-तुलावटी और व्यापारियों में पैसा भुगतान को लेकर विवाद चल रहा है और लगातार बैठकों के बावजूद कोई समझौता नहीं हो सका है। हम्माल-तुलावटी संघ ने काम नहीं करने संबंधी पत्र मंडी प्रशासन को दिया है, ऐसे में मंडी प्रबंधन ने किसानों से अपनी उपज नहीं लाने का अनुरोध किया तथा मंडी में अनिश्चित काल के लिए खरीद नहीं करने का निर्णय लिया है। कृषि उपज मंडी समिति के अध्यक्ष ने किसानों से सोमवार 29 जनवरी को अपनी उपज नहीं लाने के लिए कहा है। अध्यक्ष प्रतिनिधि देवेन्द्र पटेल ने कहा कि जब तक विवाद का कोई सार्थक और सर्वमान्य समाधान नहीं निकलता, मंडी में खरीद बंद रहेगी।
दरअसल, किसानों और व्यापारियों के बीच पैसों के भुगतान को लेकर हुए विवाद के बाद तुलाई में बाधा आ रही है। मंडी अध्यक्ष विक्रम तोमर ने कहा है कि सोमवार को व्यापारियों और तुलावटी-हम्मालों के बीच बातचीत से समस्या का हल निकालने का प्रयास किया जाएगा, अत: इस दिन कोई काम नहीं होगा। ऐसे में किसान परेशान न हो, हमने यही अपील की है किसान अपनी उपज लेकर न आएं।
मंडी प्रबंधन ने किसानों की मांग पर बड़े तौल कांटे से उपज की तुलाई अनिवार्य की है। प्रति ट्राली किसानों से इसका मूल्य 30 रुपए लिया जाएगा। पहले किसानों को एक क्विंटल के 1 रुपए 30 पैसे देने पड़ते थे। इस व्यवस्था से किसानों का पैसा बचने की बात की जा रही है तो इस व्यवस्था से तुलावटियों को नुकसान दिख रहा है। अपने नुकसान की भरवाई वे व्यापारियों से चाह रहे हैं लेकिन व्यापारी इसमें सहमत नहीं हैं। व्यापारियों की दलील है कि जब माल तुला चुका है तो वे सिर्फ भराई और हम्माली के ही पैसे देंगे। मामले में कोई हल निकले इसके लिए व्यापारी प्रतिनिधि और तुलावटी हम्माल प्रतिनिधियों की बात हो चुकी है, लेकिन हल नहीं निकल पा रहा हैं। सोमवार को भी हल नहीं निकला तो हो सकता है कि तुलावटी और हम्माल हड़ताल पर चले जाएं।
उल्लेखनीय है कि अभी किसानों से मंडी में प्रति क्विंटल 6 रुपए 05 पैसा लिया जाता है और व्यापारी हम्माल को 3.55 रुपए देते हैं। ऐसे में प्रति क्विंटल हम्माली व तुलावटी मिलाकर 9 रुपए 50 पैसे होते हैं, अब इस राशि में से 1.30 पैसे तुलावटी व हम्मालों को कम मिलेंगे, इसी बात का विवाद है। मंडी समिति भी चाहती है कि विवाद का समाधान हो जाए, लेकिन सूत्र बताते हैं कि व्यापारी इस पर राजी नहीं हैं। यदि व्यापारी इस पर सहमत नहीं होते हैं तो मंडी बंद होने की स्थिति लंबे समय तक रह सकती है।
इनका कहना है…!
हम्माल-तुलावटी मजदूर संघ ने 18 जनवरी को उनकी मजदूरी को लेकर एक पत्र दिया था जिसमें एक सप्ताह में हल होने की मांग की थी। 25 जनवरी को दोनों पक्षों की एक बैठक की थी लेकिन, बैठक में हम्माल और व्यापारियों से समझौता नहीं होने पर संघ ने मंडी में काम करने से इनकार कर दिया है। किसान परेशान न हों, इसलिए हमने जब तक हल नहीं निकलता, उपज नहीं लाने का अनुरोध किया है।
विक्रम तोमर, अध्यक्ष कृषि उपज मंडी