चेतावनी: हद से बाहर आए तो होगा बड़ा नुकसान

Post by: Poonam Soni

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Video: चौथे दिन एसडीएम रघुवंशी ( Madan Singh Raghuwanshi, SDM ITARSI) भी निकले बाजार में

इटारसी। नगर प्रशासन लगातार अपनी हद से बाहर सामान रखकर दुकान संचालन करने वालों को चेता रहा है कि वे नाली से बाहर न आकर केवल दुकान की हद में रहें। लेकिन, दुकानदार हैं कि किसी प्रकार की बात नहीं मान रहे हैं। छोटा सा जुर्माना होने से वे बेखौफ हैं और अतिक्रमण विरोध मुहिम (Anti encroachment drive) के दौरान हद में रहते और अमले के जाते ही फिर बाहर रोड पर पांच फुट तक सामान रख लेते हैं। ऐसे लोगों को आज एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी ( Madan Singh Raghuwanshi, SDM ITARSI) ने अंतिम चेतावनी देकर कहा है कि अब हद से बाहर आए तो बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा।

एसडीएम एमएस रघुवंशी ( Madan Singh Raghuwanshi, SDM ITARSI) के नेतृत्व में आज लगातार चौथे दिन अतिक्रमणकारियों के खिलाफ मुहिम चली। एसडीएम रघुवंशी ने साफ कह दिया है कि दुकानदार नाली की हद के भीतर ही रहेंगे। दुकानदारों ने नालियों के ऊपर कब्जा करके सामान रखना प्रारंभ कर दिया है और ऐसा वे वर्षों से कर रहे हैं, अब ऐसा कतई नहीं चलेगा। आज एसडीएम ने अधिकतम जुर्माना एक हजार रुपए तक कराया और चेतावनी दी है कि कल भी यदि यही हालात मिले तो जुर्माना दोगुना, यानी दो हजार रुपए देना होगा। बावजूद इसके यदि कोई नहीं मानता है तो उनके खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कराया जाएगा।

इस दौरान मुख्य नगर पालिका अधिकारी हेमेश्वरी पटले (Hemeshwari Patle, CMO Itarsi), नायब तहसीलदार पूनम साहू (Nayab Tehsildar Poonam Sahu), यातायात उपनिरीक्षक नागेश वर्मा (Traffic Sub Inspector Nagesh Verma), सहायक राजस्व निरीक्षक नपा विकास वाघमारे (Assistant Revenue Inspector Napa Vikas Waghmare) सहित नपा, पुलिस और राजस्व विभाग का अमला शामिल था। मुहिम के दौरान सुबह 9 से शाम 3:30 बजे तक तालाब मोहल्ला, जयस्तंभ चौक के आसपास, पुराना फल बाजार, सब्जी मंडी, श्री द्वारिकाधीश मंदिर के आसपास, टैगोर स्कूल के सामने, तालाब मोहल्ला क्षेत्र से करीब 30 लोगों के सामान की जब्ती बनायी, बिना मास्क लगाए लोगों पर बेतरतीब वाहन पार्किंग आदि के खिलाफ कार्यवाही कर 7 हजार रुपए का जुर्माना भी वसूल किया।

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वर्षों से बिगड़ी व्यवस्था बनी चुनौती
शहर में इस तरह की व्यवस्था वर्षों से है। दुकानदार किसी हाल में मानने को तैयार नहीं हैं। वे हर रोज सौ-दो सौ रुपए का जुर्माना दे देते हैं। फिर भी दुकान से पांच फुट बाहर तक सामान रखकर कारोबार करते हैं। नालियों पर कब्जा होता है जिससे नालियों में कचरा साफ नहीं हो पाता है। कई जगह तो नालियों से चाय के डिस्पोजल मिलते हैं जो दुकानदार चाय पीकर नालियों में ही फैंक देते हैं। ये नालियां सूखकर कचराघर में तब्दील हो गयी हैं। दुकान से बाहर सामान रखकर बेचना कई दुकानदार नहीं छोड़ रहे जबकि वे पिछले वर्षों में हजारों रुपए का जुर्माना भर चुके हैं।

दोगुना लगेगा अब जुर्माना
दरअसल, अब तक नगर पालिका के अतिक्रमण विरोधी अमले ने जितनी भी मुहिम चलायी हैं, उसमें सौ-दो सौ रुपए तक जुर्माना किया है। कई जगह तो मुंह देखकर भी रसीदें काटी गयी हैं। क्योंकि बाजार में जिन भी नपा कर्मचारियों की ड्यूटी होती है, वे कई दुकानदारों को संरक्षण देते हैं। ऐसे में उन दुकानों पर जब रसीद काटने की बात आती है तो वे उनको कम से कम जुर्माना लगाते हैं या फिर आफिसर के आगे चले जाने पर छोड़कर आगे बढ़ जाते हैं। इस तरह की अव्यवस्था या मिलीभगत से कई दुकानदारों के हौंसले बुलंद हो चले हैं, वे जानते हैं कि वे बच जाएंगे।

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निरंतरता का अभाव भी बनाता बेखौफ
अतिक्रमण विरोधी मुहिम की निरंतरता का अभाव भी दुकानदारों को बेखौफ बनाता है। दरअसल, जब भी अतिक्रमण विरोधी अभियान चले हैं, वे एक सप्ताह, दस या पंद्रह दिन तक ही चलेे हैं। दुकानदारों को पता होता है कि अभियान कुछ दिन चलेगा। कुछ दिन वे दुकान के भीतर होकर व्यापार करते हैं, मुहिम बंद होने पर बाहर तक सामान रखा जाने लगता है। पहले कई अभियान ऐसे ही चले, फिर व्यवस्था पर नजर रखने कुछ नपा कर्मियों की ड्यूटी बाजार में लगायी तो इन कर्मचारियों ने दुकानदारों से नजराना लेना प्रारंभ कर दिया। कुल जमा व्यवस्था में कभी सुधार नहीं आया।

इनका कहना है…!
बाजार की व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था बहुत खराब है। उसमें सुधार के लिए निरंतर अभियान चला रहे हैं। स्ट्रीट वेंडर भी व्यवस्था बिगाड़ रहे हैं। सभी को समझाइश दे रहे, जुर्माना भी किया जा रहा है। यह अभियान निरंतर चलेगा।
एमएस रघुवंशी(MS Raghuwanshi), एसडीएम

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