MUMBAI: अर्जुन कपूर अपनी अगली फिल्म में पिंकी दाहिया के रोल में हैं और वह दिल्ली पुलिस से हैं। इस किरदार की स्किन में जाने के लिए उन्होंने शूट से पहले दिल्ली पुलिस के साथ बूट कैंप (Boot Camp) में वक्त गुजारा था। डायरेक्टर दिबाकर बनर्जी (Director dibakar banerjee) ने बताया कि अर्जुन कपूर ने रोजाना 18 घंटे की ट्रेनिंग बूट कैंप में ली। गन पकड़ने से लेकर, बातचीत के लहजे और पुलिस की फिजिकैलिटी कैसी रखनी है, वह सब इस ट्रेनिंग का हिस्सा था। अर्जुन पूरी शिद्दत के साथ यह सब करते रहते थे।
अर्जुन ने रोल के लिए रोजाना 18 घंटे रिहर्सल की
दिबाकर ने आगे बताया, ‘अर्जुन के लिए पिंकी दाहिया (Pinky dahiya) बिल्कुल परफेक्ट कैरेक्टर है। उसे प्ले करने की भूख मैं उनकी निगाहों में देख रहा था। अपने आलोचकों को जवाब देने के लिए उन्होंने खुद को बदला। शुरूआत डायलेक्ट की ट्रेनिंग से की, रोजाना 18 घंटे दिए उसमें और अंतहीन रिहर्सल किया। जब उनका दिल करता तब वे स्क्रिप्ट पर डिस्कशन करते रहते थे वो भी न सिर्फ मुझसे, बल्कि रिसर्चर और क्रिएटिव टीम से भी। हमने तो अर्जुन में बदलाव देख लिया है। दर्शक इसके गवाह 19 मार्च को बनेंगे।’
अर्जुन-परी ने फिल्म में एक-दूसरे पर घूंसे बरसाए
अर्जुन और परी के बीच फिल्म में फाइट के सीक्वेंस भी हैं। इस बारे में दिबाकर कहते हैं, ‘हम अपने लीड पेअर के बीच की हिंसा को वास्तविक बनाना चाहते थे। जिसका मतलब है कि दोनों को सचमुच एक-दूसरे पर घूंसे बरसाने पड़े। यह एक बड़ी समस्या बन गई थी, क्योंकि दोनों पुराने दोस्त हैं और एक हकीकत यह भी है कि अर्जुन बहुत भले और एक नरमदिल इंसान हैं।’
परी ने भी फिल्म में अर्जुन को जवाबी थप्पड़ जड़ा
दिबाकर ने कहा, ‘दुश्मनी को हूबहू लाने के लिए हिंसा दिखाना जरूरी था। ऐसे में दोनों ने एक दूसरे पर थप्पड़ों की झड़ी लगाई। अर्जुन शरीर में परी से दोगुने आकार के हैं और उनके हाथ चट्टान तोड़ने वालों जैसे हैं। शूटिंग के खत्म होने तक हमने परी के शरीर पर लगी चोटें गिनना बंद कर दिया था और परी ने भी ऐसा ही किया था। लेकिन मुझे वह शॉट बेहद पसंद आया, जिसमें परी ने अर्जुन को जवाबी थप्पड़ जड़ा था।’