इटारसी। विश्व एड्स दिवस (World AIDS Day) पर शासकीय कन्या महाविद्यालय इटारसी (Government Girls College, Itarsi,) में एनएसएस (NSS) के द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्राओं ने एड्स एवं उसकी रोकथाम विषय पर विचार व्यक्त किए एवं पोस्टर निर्माण कर एड्स (AIDS) से बचाव के तरीकों को प्रदर्शित किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.आरएस मेहरा (Dr. RS Mehra) ने कहा कि एड्स के रोकथाम एवं इस पर नियंत्रण हेतु वैश्विक एवं स्थानीय दोनों ही स्तरों पर संसाधनों, तकनीकों के प्रबंधन एवं सम्मिलित प्रयास करने की आवश्यकता है। इस महामारी को जड़ से मिटाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम प्रभावी हथियार सिद्ध हो सकते हैं। इस अवसर पर डॉ. हरप्रीत रंधावा (Dr. Harpreet Randhawa) ने कहा कि जागरूकता बढ़ाकर एचआईवी संक्रमण (HIV infection) को पूरी तरह से रोका जा सकता है। इसलिए, लोगों को महामारी से बचाने के लिए इसकी घटना और प्रसार के बारे में जागरूकता बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है। यही कारण है कि राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण कार्यक्रम एचआईवी/एड्स की रोकथाम के लिए सूचना, शिक्षा और संचार की व्यापक उपयोग कर रहा है।
कार्यक्रम की संचालक डॉ. शिखा गुप्ता (Dr. Shikha Gupta) ने कहा कि एचआईवी संक्रमण वर्तमान में लाइलाज बीमारी है लेकिन इस बीमारी के बारे में गुणवत्ता युक्त शिक्षा के साथ इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में आभार व्यक्त करते हुए डॉ. शिरीष परसाई (Dr. Shirish Parsai) ने कहा कि नैनो टेक्नोलॉजी (Nano Technology) एक उभरता हुआ बहुविषयक क्षेत्र है जो चिकित्सा के क्षेत्र में क्रांति ला रहा है।
एड्स के अधिक प्रभावी उपचार और रोकथाम प्रदान करने के लिए नैनो टेक्नोलॉजी की क्षमता का उपयोग किए जाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में डॉ. हरप्रीत रंधावा, श्रीमती मंजरी अवस्थी, श्रीमती पूनम साहू, डॉ. शिरीष परसाई, डॉ शिखा गुप्ता, डॉ .श्रद्धा जैन, हेमंत गोहिया, तरुणा तिवारीं, प्रिया कलोसिया, शोभा मीणा, क्षमा वर्मा, करिश्मा कश्यप एवं छात्राएं उपस्थित थी।