- – दीवाली पर्व के बाद काम शुरू करेगा ठेकेदार, वाहन पार्किंग स्टैंड बंद
इटारसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की अमृत भारत स्टेशन योजना (Amrit Bharat Station Scheme) में चयनित रेलवे जंक्शन (Railway Junction) के पुनर्विकास का काम शुरू हो गया है। संभवत: दीवाली पर्व के बाद यहां ठेकेदार प्रस्तावित ड्राइंग डिजाइन (Drawing Design) पर काम शुरू कर देगा। फिलहाल ठेकेदार ने पूरे क्षेत्र को टीन शेड फेंसिंग कर कवर कर दिया है, जिससे काम के दौरान किसी तरह की समस्या न हो। पार्किंग की दिक्कत होगी जिस स्थान पर योजना का काम होना है, वहां रेलवे की चार पहिया वाहन पार्किंग है। अब योजना का काम पूरा होने तक यह एरिया बंद कर दिया है, इससे रोजाना स्टेशन पर आने वाले वाहनों की पार्किग को लेकर समस्या हो रही है।
अधिकारियों के अनुसार अब काम पूरा होने तक बुकिंग कार्यालय के पिछले हिस्से में दोपहिया वाहन स्टैंड के आसपास ही वाहन खड़े हो सकेंगे, हालांकि यहां भी स्टील रैलिंग होने से वाहन अंदर नहीं आएंगे, इससे यात्रियों को ज्यादा देर तक अपने चार पहिया वाहन खड़े करने में दिक्कत होगी। दूसरी समस्या यह है कि पुराने जीआरपी थाने (GRP Police Station) के सामने से यात्रियों को एस्केलेटर (Escalator) एवं लिफ्ट (Lift) से चढऩे के लिए यहां कार या आटो से आने की अनुमति नहीं होगी, चूंकि पूरे एरिया में शेड लग चुके हैं। अब पैदल चलकर ही यहां तक आना होगा। पिछले एक साल से रेलवे और जीआरपी के बीच थाना भवन शिफ्ट करने पर खींचतान चल रही थी, पुराने गार्ड रनिंग में थाना शिफ्ट होने के बाद अब योजना का काम शुरू कर दिया है।
एईएन एके मालवीय (AEN AK Malaviya) ने बताया कि ले आउट पहले ही डाला जा चुका है, जल्द ही ठेकेदार यहां काम शुरू कर देगा। अधिकारियों ने बताया कि यहां काम करने वाले ठेकेदार की पूरी यूनिट रहेगी, ऐसे में यात्रियों, आटो चालकों या कार मालिकों को परिसर में आने से रोकने के लिए कवर्ड किया जा रहा है। काम पूरा होने के बाद ही शेड हटाए जाएंगे। मालवीय ने बताया कि योजना के तहत स्टेशन पर कई काम होना है, लेकिन पहले चरण में जीआरपी का पुराना थाना तोड़कर यहां इमारत बनाई जाएगी, इसके बाद बाकी काम होंगे।
इसके साथ ही नए फुट ओवर ब्रिज को भी सीधे मालगोदाम के पास से रेलवे परिसर में उतारा जाएगा, इसके लिए रास्ता तैयार होगा। जीआरपी के पुराने भवन को तोडऩे के लिए भी रेलवे ने ठेका दे दिया है, ठेकेदार जल्द ही इस भवन को धराशाही करेगा। इस इमारत में सागौन की पुरानी लकड़ी, टीनशेड एवं रेलवे का कीमती सामान लगा है। जो ठेका हुआ है, उसमें सामग्री भी ठेकेदार लेकर जाएगा।