ओवर चार्जिंग से गुस्साये युवक ने पेंट्रीकार का कांच फोड़ा

ओवर चार्जिंग से गुस्साये युवक ने पेंट्रीकार का कांच फोड़ा

– पानी की बोतल के ज्यादा पैसे लिए और बंधक भी बनाया
इटारसी। बीती रात ट्रेन क्रमांक 12512 राप्तीसागर एक्सप्रेस (Raptisagar Express) के पेंट्री कार (Pantry Car) का शीशा तोडऩे वाले एक आरोपी के साथ उसके दोस्त को भी आरपीएफ (RPF) ने गिरफ्तार कर दोनों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है। मामला पानी की बोतल खरीदने पर ओवर चार्जिंग को लेकर हुए विवाद से उपजा बताया जा रहा है।
ओवर चार्जिंग (Over Charging) पर सवाल उठाने पर युवक को पेंट्रीकार के कर्मचारियों ने बंधक बना लिया था और नागपुर (Nagpur) से इटारसी (Itarsi) तक टॉयलेट (Toilet) में बंद करके लाये। चूंकि युवक को इटारसी आना था, तो यहां उसे उतार दिया। गुस्साये युवक ने अपने एक मित्र को बुलाकर पेंट्रीकार के शीशे में तोडफ़ोड़ कर दी। आरपीएफ ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना बुधवार की रात करीब सवा दस बजे की बतायी जा रही है।

ओवर चार्जिंग का विवाद

आरपीएफ को पूछताछ में आरोपी युवक ने बताया कि नागपुर में उसने पेंट्राकार कर्मचारी से पानी की बोतल खरीदी थी, जिसमें उन्होंने ओवर चार्जिंग की थी। जब उसने रेट ज्यादा लेने की बात कही तो कर्मचारी ने उससे विवाद किया। जब युवक शिकायत करने पेंट्रीकार में गया तो वहां के कर्मचारियों ने उसे बंधक बनाकर टॉयलेट में बंद कर दिया। वह चिल्लाता रहा, लेकिन उसकी नहीं सुनी। उसने बताया कि उसे इटारसी जाना है तो उसे यहां ट्रेन आने पर उतार दिया। इस बीच उसने अपने दोस्त को बुला लिया फिर रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर ही पेंट्रीकार बोगी के शीशे पर वार करके उसे तोड़ दिया। आरपीएफ ने आकाश और अरविंद नामक युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों पर रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का प्रकरण पंजीबद्ध किया है।

ओवर चार्जिंग पर लगाम नहीं

रेलवे में ओवर चार्जिंग के मामले कभी खत्म नहीं होते। आज का प्रकरण भी इसी का परिणाम है। चूंकि पेट्रीकार के कर्मचारियों ने यदि युवक को बंदी बनाया था तो उन पर भी ओवर चार्जिंग के साथ ही बंधक बनाने का मामला दर्ज होना चाहिए था। आरपीएफ का कहना है कि ट्रेन यहां से रवाना हो गयी थी, इसलिए पेंट्रीकार के कर्मचारी कौन हैं, यह जानकारी नहीं हो सकी है। सवाल यह उठता है कि युवक को उकसाने का अपराध तो पेंट्रीकार के कर्मचारियों ने भी किया है। यदि आरोपी युवक ने जो उसे बंधक बनाने जैसे आरोप लगाये हैं तो उनकी जांच भी होनी चाहिए और आरोपी पेंट्रीकार कर्मचारियों पर भी मामला दर्ज होना चाहिए। यदि उस वक्त ट्रेन चली भी गयी थी तो पेंट्रीकार कर्मचारियों की पहचान करना कोई मुश्किल काम नहीं है।

  • इनका कहना है…
    आरोपी युवक का कहना है कि पेंट्रीकार कर्मचारी ने ओवर चार्जिंग की थी। शिकायत करने पेंट्रीकार में गया तो उसे वहीं रोककर टॉयलेट में बंद कर दिया गया। गुस्से में उसने यह घटना कर दी है। उसके साथ उसके दोस्त पर भी रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया है।
    देवेन्द्र कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर
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AUTHORRohit

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