माघ स्नान का शुभारंभ (कल्पवास ) कल

माघ स्नान का शुभारंभ (कल्पवास ) कल

– शाकंभरी पौष शुक्ल पक्ष स्नान दान व्रत पूर्णिमा
– 18 जनवरी को मंगल पुष्य रहेगा
इटारसी। मां चामुंडा दरबार भोपाल (Maa Chamunda Darbar Bhopal) के पुजारी गुरु पं. रामजीवन दुबे (Pt. Ramjeevan Dubey) ने बताया की पौष शुक्ल पक्ष स्नान दान व्रत शाकंभरी पूर्णिमा सोमवार 17 जनवरी को मनाई जाएगी। माघ स्नान का शुभारंभ होगा। प्रयाग राज में कल्पवास एक माह तक रहेगा।

धार्मिक मान्यता है कि पूर्णिमा के दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की आराधना करने से व्यक्ति को सौ यज्ञों के समतुल्य पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही पूर्णिमा के दिन दान करने से अमोघ फल का वरदान मिलता है। अत: पौष पूर्णिमा का विशेष महत्व है।

पौष पूर्णिमा पर कैसे करें स्नान और दान

17 जनवरी 2022 को ब्रह्ममुहूर्त में पौष पूर्णिमा का स्नान करें। स्नान के बाद किसी गरीब या ब्राह्मण को अन्न, गरम कपड़े, शक्कर, घी आदि का दान करें। यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा कमजोर है तो वे दही, शंख, सफेद वस्त्र आदि का दान करें।

पूर्णिमा व्रत पूजा विधि

पूर्णिमा व्रत कारण के लिए भक्त को दिन भर उपवास रखें। संध्याकाल में सत्य नारायण की कथा श्रवण करें। पूजा के दौरान सर्वप्रथम गणेश जी, इंद्र देव और नवग्रह सहित कुल देवी देवता का पूजन करें। इसके उपरांत सत्यनारायण भगवान का पूजन करें। भोग स्वरूप भगवान को चरणामृत, पान, तिल, मोली, रोली, कुमकुम, फल, फूल, पंचगव्य, सुपारी, दूर्वा आदि अर्पित करें। इससे सत्यनारायण देव प्रसन्न होते हैं। इसके बाद आरती और हवन कर पूजा स पन्न करें। दूसरे दिन 18 जनवरी मंगलवार को पुष्य नक्षत्र रहेगा। शुभ कार्य क्रय-विक्रय में लाभ जावेगा।
सुबह 9:00 से 10:30 ‘चर’
सुबह 10:30 से 12:00 ‘लाभ’
दोपहर 12:00 से 1:30 ‘अमृत’
दिन 03:00 से 04:30 ‘शुभ’

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AUTHORRohit

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