इटारसी। जिले की नदियों से रेत खदानों पर वर्चस्व का खूनी खेल फिर शुरु हो गया है और जिला प्रशासन रेत माफियाओं पर नकेल कसने की जगह फिलहाल चुनावों में व्यस्त है। रेत माफियाओं ने फिर ठेका कंपनी के एक कर्मचारी पर कातिलाना हमला किया है। पिछली ठेका कंपनी भी रेत माफियाओं की गुंडागर्दी के कारण काम छोड़कर चली गयी थी। जिले में रेत माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हैं कि खून खराबा करना उनके लिए आसान काम है। वे भय दिखाकर कंपनियों को भगाकर अपना वर्चस्व बनाए रखना चाहते हैं ताकि रेल के खेल में करोड़ों कमाया जा सके।
जिले में रेत ठेका लेने वाली कंपनी सिल्वर मिस्ट प्राइवेट लिमिटेड (Silver Mist Private Limited) ने जवाली रेत खदान (Jawali Sand Mine) से 4 नवंबर को काम शुरू किया था, परंतु रेत माफियाओं की गुंडागर्दी के कारण काम बंद कर दिया। कुछ दिनों के बाद 18 नवंबर को पुन: काम शुरू किया तब से रेत माफिया कंपनी कर्मचारियों से मारपीट सहित वाहन में तोडफ़ोड़, रेत परिवहन करने वाले वाहन के ड्राइवरों को धमका रहे हैं। कंपनी ने कलेक्टर (Collector), एसपी (SP) सहित पुलिस थाना (Police Station), खनिज विभाग (Mineral Department) सहित प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत करके सहयोग और सुरक्षा मांगी है, लेकिन 30 नवंबर को रेत कंपनी के कर्मचारी पर जिस तरह से कातिलाना हमला हुआ, उसे देखकर लगता है कि आला अधिकारियों ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया।
उल्लेखनीय है कि सिल्वर मिस्ट रिटेल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के कर्मचारी निखिल तिवारी (Nikhil Tiwari) निवासी अमेठी उत्तरप्रदेश (Amethi Uttar Pradesh) पर ग्राम निमसाडिय़ा (Village Nimsadiya) में कार्यालय निवास पर 30 नवंबर की रात्रि करीब 9 बजे जीतू कीर (Jeetu Keer), राजा कीर (Raja Keer), प्रकाश कीर (Prakash Keer), दीपक कीर (Deepak Keer) ने तलवार, चाकू, लोहे की रॉड से जानलेवा हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। कंपनी के अन्य कर्मचारियों ने उसे बचाकर गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। उसका उपचार आईसीयू में चल रहा है। निखिल तिवारी के सिर में करीब 8 टांके आए हैं और हाथ, पैर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में भी गंभीर चोट है।
देहात पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 294, 323, 324,327 506,34 के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया है। कंपनी ने 18 नवंबर 2023 को एसपी सहित जिला प्रशासन को आवेदन प्रस्तुत कर घटना का अंदेशा जताया और जानकारी दी थी कि रेत माफिया अवैध रेत खनन करने वाले असामाजिक तत्वों की गुंडागर्दी सहित गुंडा तत्वों के कारण कंपनी के वाहनों को रोका जा रहा है। रेत भर कर ला रहे वाहनों को रोका जा रहा है, परंतु प्रशासन की ओर से कोई सुरक्षा नहीं मिली है। इसके नतीजे में 30 नवंबर की वारदात हुई है।