इटारसी। आज डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी शासकीय अस्पताल में आपातकालीन ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर अभिषेक अग्रवाल ने युवा पत्रकार राहुल अग्रवाल से उस समय अभद्रता की जब वह तेदुएं के हमले में घायल लोगों की खबर कवरेज करने अस्पताल गये थे। जब वह अपने मोबाइल कैमरे से वीडियो बना रहे थे। उस दौरान डॉक्टर अभिषेक अग्रवाल ने उनका मोबाइल छीन लिया, और उनके साथ बदतमीजी भी की। अस्पताल में उपस्थित अन्य वरिष्ठ पत्रकार साथी ने डॉक्टर की हरकत का विरोध करते हुये उनके व्यवहार पत्रकार के साथ ठीक नहीं होने की बात कही।
इस घटना को लेकर नर्मदापुरम पत्रकार संघ द्वारा कलेक्टर एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन को डॉक्टर के खिलाफ कार्यवाही करने को लेकर एक ज्ञापन देगा। आज एक पत्रकार के साथ हुई घटना जो एक गैरकानूनी कृत्य है। जिस तरह कोर्ट में एक अधिवक्ता अपने मुवक्किल का हत्या का केस लड़ता है, पर वह हत्यारा नहीं हो जाता है। उसी प्रकार किसी सावर्जनिक स्थान पर पत्रकार अपना काम करते हैं पर वे भीड़ का हिस्सा नहीं होते। इसलिए पत्रकारों को उनके काम से रोकना मीडिया की स्वतंत्रता का हनन करना है।। पिछले कुछ समय से देखने को मिल रहा है कि सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर अपना आपा खोते दिखाई दे रहे हैं।
कुछ दिन पूर्व भी अस्पताल अधीक्षक के साथ भी एक डॉक्टर ने मारपीट की थी। सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों का व्यवहार मरीजों और आमजन से ठीक नहीं होना पाया जा रहा है। आज जो हरकत डॉक्टर ने पत्रकार के साथ की है उसकी कड़ी शब्दों ने नर्मदापुरम राष्ट्रीय पत्रकार संघ प्रमोद पगारे, विनय मालवीय, कृष्णा राजपूत, मनोज कुंडू, रोहित नागे, राहुल शरण, राजकुमार बाबरिया, इन्द्रपाल सिंह, अरविंद शर्मा, भूपेन्द्र विश्वकर्मा, मंजू ठाकुर नितिन वर्मा सहित अन्य पत्रकार साथियों ने की है।