होशंगाबाद। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल में समाजशास्त्र विभाग के प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष रहे डॉ. गौतम ज्ञानेंद्र के निधन के उपरांत उनकी धर्मपत्नी एवं उनके प्रिय शिष्य शासकीय नर्मदा महाविद्यालय होशंगाबाद के प्राध्यापक डॉ. आलोक मित्रा ने उनकी स्मृति में उनके निजी पुस्तकालय की लगभग 300 पुस्तकों को केंद्रीय पुस्तकालय, भोपाल में अर्पित किया गया।
भारतीय संस्कृति में ज्ञानदान को अन्नदान से भी महत्वपूर्ण बताया गया है। अपने विद्यार्थियों के मध्य लोकप्रिय रहे डॉ. गौतम आजीवन ज्ञानदान करते रहे। उनके निधन के उपरांत उनके द्वारा संचित समाजशास्त्र विषय की महत्वपूर्ण पुस्तकें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे विद्यार्थियों एवं अन्य पाठकों के ज्ञानवर्धन में सहायक होकर डॉ. गौतम की ज्ञानदान परंपरा को निरंतर जारी रखें। इस संकल्प के साथ ये पुस्तकें पुस्तकालय को भेंट की गई हैं।