मन्ना डे और हेमंत कुमार के गीतों सजी शाम, गायकों ने समर्पित किये कई सुरीले गीत

मन्ना डे और हेमंत कुमार के गीतों सजी शाम, गायकों ने समर्पित किये कई सुरीले गीत

– मिले सुर मेरा तुम्हारा म्युजिक ग्रुप का शरद पूर्णिमा की चांदनी में कार्यक्रम आयोजित

इटारसी। शरद पूर्णिमा की चांदनी में मखमली आवाज के जादूगर हेमंत कुमार और सुरों के बेताज बादशाह मन्ना डे को समर्पित कार्यक्रम एक संगीतमयी शाम आपके नाम का आयोजन साईं कृपा मैरिज गार्डन के सभागार में आज शनिवार को आयोजित किया गया। लीजेंड मन्ना डे और हेमंत कुमार के गीतों से सजी शाम का आयोजन मिले सुर मेरा तुम्हारा म्यूजिकल ग्रुप के तत्वावधान में शाम 6:30 शुरू हुआ और आचार संहिता का पालन करते हुए रात 10 बजे संपन्न किया।

कार्यक्रम में स्थानीय गायकों ने हेमंत कुमार और मन्ना डे के गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ नागरिक मंच के सदस्यों एवं मिले सुर मेरा तुम्हारा के सदस्यों ने मन्ना डे एवं हेमंत कुमार के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित करके किया।

इन विभूतियां और संस्थाओं का सम्मान

कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्र में विशेष काम करने वाली विभूतियां और संस्थाओं का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में सम्मानित होने वालों में नि:स्वार्थ भाव से हॉकी कोचिंग देने वाले कन्हैया गुरयानी, भजन के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाली श्रीमती राजकुमारी नन्हेसिंह ठाकुर, अपने आप को समर्पित कर देने वाले सज्जन लोहिया, भजन गायक मथुरा प्रसाद रजक, गौवंश की निस्वार्थ सेवा करने वाले दीपू पठोदिया, नगर पालिका प्रशासन को पॉलिथिन मुक्त नगर के अभियान में योगदान देने थैला एटीएम भेंट करने पर मेहरा समाज महासंघ की तहसील इकाई के अध्यक्ष कमलकांत बडग़ोती, गायक डीएस देशवाली के अलावा अपने स्वयं के पैसों से बच्चों को छात्रवृत्ति बांटने वाली संस्था वरिष्ठ नागरिक मंच और सामाजिक कार्यों में रात रहने वाली संस्था सेवा एक पहल को भी सम्मानित किया गया।

इन कलाकारों ने गाये गीत

अशोक तिवारी ने तेरी दुनिा में जीने से और ये रात ये चांदनी, विनोद वर्मा ने न ये चांद होगा और मस्ती भरा है समां, धनराज खाड़े ने है अपना दिल तो आवारा, अखिल दुबे ने अभी तो हाथ में जाम है और ए दिल अब कहीं ले जा, रोहित नागे एवं राशि खाड़े ने याद किया दिल ने कहां हो तुम, अनुराग दीवान ने जिंदगी कैसी है पहेली और बेकरार करके हमें यूं न जाईये, अनिल शुक्ला ने राह बनी खुद मंजिल और हर तरफ बस यही अफसाने हैं, श्रीमती पूजा राजपूत ने तन डोले, मेरा मन डोले, चंद्रेश मालवीय ने तुम पुकार लो और राशि खाड़े के साथ गीत प्यार हुआ इकरार हुआ, पंकज गुप्ता ने चलती चली जाए और ये नयन डरे-डरे, मनोज तिवारी ने शिवजी विहाने चले, पूछो न कैसे मैंने रैन बिताई, राशि खाड़े ने लागा चुनरी में दाग, दीपक पवार ने जरा नजरों से कह दो जी, छोटी बच्ची अग्रिमा राजपूत ने विशेष प्रस्तुति लग जा गले के फिर ये हंसी रात और एक अन्य नन्हीं बच्ची सृष्टि शुक्ला ने गीत इक प्यार का नगमा है, की प्रस्तुति दी।

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AUTHORRohit

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