इटारसी। विश्व हिन्दू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) मध्यभारत प्रांत के प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी (Gopal Soni) ने कहा है कि 500 साल में 77 संघर्षों में लाखों बलिदानों के बाद सात पीढ़ी जिस अलौकिक दिन की प्रतीक्षा कर रही थी वो पवित्र पावन दिन 22 जनवरी सोमवार को आ रहा है। हर मोहल्ले और ग्रामों तथा वन ग्रामों में रहने वाला प्रत्येक रामभक्त परिवार के साथ-साथ हर भारतीय श्रीराम (Shri Ram) की प्राण प्रतिष्ठा का साक्षी बनेगा।
श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या (Ayodhya) में रामलला के सामने पूजित पीले चावल का निमंत्रण सभी भक्तों के लिये भेजा गया था। पूरे देश में 1 से 15 जनवरी तक निमंत्रण अक्षत और परिवार संपर्क का महाभियान चलाया गया था। नर्मदापुर संभाग (Narmadapur Division) में संगठन रचना के जिले नर्मदापुरम (Narmadapur), पिपरिया (Pipariya), हरदा (Harda), बैतूल ( Betul), मुलताई (Multai) में परिवार संपर्क के लिये महाभियान चलाया जिसमें पांचों जिले के 25 खंडों के 301 मंडलों के अंतर्गत आने वाले 2905 गांव 12 नगरों के 106 बस्तियों के अंतर्गत आने वाले 1239 मोहल्ले में कार्यकर्ताओं ने 619218 परिवारों से संपर्क कर उन्हें पीले अक्षत दिये गये। इस महाभियान में 4225 टोलियों में 25006 कार्यकर्ता निकले और 631422 परिवारों में संपर्क कर उन्हें पीले अक्षत दिये गये।
पांचों जिलों के छोटे बड़े 3568 मंदिरों पर कार्यक्रम होंगे। विश्व हिन्दू परिषद प्रांत सह मंत्री गोपाल सोनी एवं नर्मदापुरम विभाग मंत्री शिवा राठौर (Shiva Rathore) ने सनातन हिन्दू समाज से निवेदन कि 22 जनवरी को अपने गांव मोहल्ले एवं नगरों के मंदिरों में 11 से दोपहर 1 बजे एकत्र होकर भजन कीर्तन राम नाम जाप करें, जब अयोध्या में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम आरती होगी, उस समय अपने स्थान पर राम आरती करें, प्रसाद वितरण करें, शाम के समय अपने घरों में साज सज्जा करें एवं 5 दीपक जलाकर दीपोत्सव मनायें। श्रीराम के अयोध्या आगमन एवं रामराज्य के प्रारंभ के प्रथम चरण का हम सभी विशाल हृदय से अभिनंदन करें।