- एथेनाल के कारण किसानों का रुझान मक्के की तरफ ज्यादा
इटारसी। आज ग्राम पंचायत जुझारपुर में कृषि संगोष्ठी के माध्यम से आगजनी से होने वाली दुर्घटना से बचाव के लिए खेतों में आग नहीं लगाने के लिए किसानों से आग्रह किया। व्यर्थ पानी नहीं बहाने का आग्रह किया एवं गेहूं, मूंग, मक्के, सोयाबीन, धान की नई एवं अच्छी वेरायटी के बारे में किसानों को अवगत कराया एवं समय पर खेती के काम करने फसल की देखभाल करने का सुझाव किसानों को दिया।
जमीन की उर्वरक क्षमता को बढ़ाने रासायनिक खाद एवं दवाओं का इस्तेमाल ना करके आर्गेनिक खेती करने की सलाह किसानों को दी गई। किसानों का रुझान मक्के की फसल की तरफ ज्यादा हो रहा है क्योंकि मक्के की फसल के दाम अच्छे रहते हैं। दाम अच्छे होने का कारण एथेनाल है। किसानों की माने तो श्रीकर सीड्स की 8199 का सबसे अच्छा उत्पादन है। इस वैरायटी में कम रोग आते हैं, यह वैरायटी रवि सीजन में बोनी के लिए उपयुक्त है।
कृषि वैज्ञानिक डॉ. दीपक खांडे ने संबोधित करते हुए बताया कि किसान भाई सुपर सीडर का इस्तेमाल करें उक्त सुपर सीडर के इस्तेमाल से समय की बचत होती है पैसे की बचत भी होगी एवं जमीन की उर्वरक क्षमता बढ़ेगी। सहायक संचालक कृषि प्रियंका जैन ने बताया कि सभी किसानों को रासायनिक खाद एवं दवाओं का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए।
विधायक प्रतिनिधि दिनेश मेहतो ने बताया कि इस तरह के आयोजन से क्षेत्र की कृषि पद्धति में सुधार होगा एवं किसानों को नई-नई तकनीकों का ज्ञान होगा। सभी किसानों को किसान संगोष्ठी में अपनी सहभागिता देनी चाहिए। किसान संगोष्ठी के माध्यम से खेती करने के नए तरीके सीखने को मिलते हैं। कृषि विस्तार अधिकारी गौरी नंदा गुहे ने बताया कि हमारे सभी किसानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके लिए सभी किसानों का आभार।
कृषि संगोष्ठी के दौरान किसान दिनेश मेहतो, तासू चौधरी, शिवकुमार पटेल, श्याम चौरे, रामनरेश पटेल, धनश्याम चौधरी, रमेश चौधरी, दुलारी बाई सरयाम एवं क़ृषि सलाहकार विजेंद्र घोगरे कृषि विस्तार अधिकारी गौरी नंदा गुहे, दीपक वांसे, युक्ता नागले, सुमित चौरे आदि किसान, जनप्रतिनिधि, कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।