इटारसी। आज से वर्षों बाद पांचवी और आठवी की परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर हुई। आज पहले दिन सबसे अधिक परेशानी पांचवी के बच्चों को हुई जो इस पैटर्न से अनभिज्ञ थे और परेशान रहे कि आखिर उनको करना क्या है? जहां परीक्षा केन्द्र थे, वहां उस स्कूल के किसी टीचर को नहीं जाने दिया गया, जहां के बच्चे केन्द्र पर थे, ऐसे में नये टीचर को देख बच्चों को समझ नहीं आया कि क्या करें? छोटे बच्चों के हालात बता रहे थे कि वे परेशान रहे। एक सेंटर पर तो बच्चों को प्रवेश पत्र परीक्षा केन्द्र पर ही कम्प्यूटर से निकालकर दिया, क्योंकि वे ट्रायल वाला प्रवेश पत्र ले आये थे। कम से कम उस स्कूल का एक टीचर बच्चों के साथ होना जरूरी है, जहां के वे बच्चे हैं। चाहे वह प्रारंभिक औपचारिकता पूर्ण करके बाहर आ जाए। नहीं तो बच्चों का रिजल्ट बिगडऩा तय है।
आज जिले में 17322 परीक्षार्थियों ने पांचवी के विशिष्ट हिन्दी और विशिष्ट अंग्रेजी और 16121 बच्चों ने आठवी का विज्ञान विषय का पर्चा हल किया। पांचवी में 511 और आठवी में 896 बच्चे पेपर से अनुपस्थित रहे। जिले में नर्मदापुरम में 3708, माखननगर 1977, सोहागपुर 2119, पिपरिया 2650, बनखेड़ी 2002, सिवनी मालवा 1997 और केसला में 1611 बच्चों ने आठवी तथा नर्मदापुरम में 3852, माखननगर 2022, सोहागपुर 2180, पिपरिया 2875, बनखेड़ी 2095, सिवनी मालवा 2737 और केसला में 1640 बच्चों ने पांचवी की परीक्षा दी।