इटारसी। केसला ब्लॉक के प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में कार्यरत शिक्षकों के लिए सामुदायिक भवन केसला में शिक्षक प्रेरणा संवाद कायक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर संभागीय उपायुक्त जनजाति कार्य विभाग जेपी यादव ने 40 प्रश्नों के माध्यम से समय पालन, कर्तव्य बोध, सामाजिक एवं लोक व्यवहार, शिक्षा की गुणवत्ता आदि के बारे में बारे रोचक तरीके से चर्चा कर शिक्षकों को प्रेरित किया।
उन्होंने शिक्षकों से कहा की आत्म अनुशासन जीवन को व्यवस्थित बनाकर गरिमा बढ़ाता है, इसलिए आत्म अनुशासन विकसित करेंढ्ढ कर्तव्य की अवहेलना पर की जाने वाली अनुशासनिक कार्यवाही गरिमा को ठेस पंहुचाती है। सरकारी नौकरी एक सौभाग्य है, इसने हमारे परिवार को सहारा दिया। हमें रोटी दी, कपड़े दिए, हमारे बच्चों के स्कूल फीस, किताब कॉपी और कैरियर बनाने में सहायता दी है। सरकारी नौकरी की वजह से समाज में एक अलग ही सम्मान मिला है। इसी से हम बर्थडे मनाते हैं, घूमने फिरने के लिए यात्राएं करते, पर्व और त्योहार मनाते हैं। सरकारी नौकरी इतना कुछ देती है तो उसकी इज़्जत करना चाहिए, चाहे वो शिक्षक हो या अन्य कर्मचारी एवं अधिकारी को कर्तव्य स्थल पर निर्धारित समय से पूर्व पहुंचना और निर्धारित समय के पश्चात ही स्थल छोडऩा चाहिए।
रोज का काम रोज पूरा करने की कोशिश करना चाहिए। हमें ये सोचना होगा की जितना हमें वेतन मिलता है, क्या हमने उतना काम किया? क्या आपको सच में अपने काम से संतुष्टि हुई? सकारात्मक सोचिये, नकारात्मक विचारों और नकारात्मक लोगों से दूर रहें। श्री यादव ने कहा कि हमारा उद्देश्य दंड देकर बदलाव लाना नहीं, वरन प्रेरणा देकर कर्तव्यबोध कराना है, सच पूछो तो दंड देने में कभी मजा नहीं आता बल्कि दु:ख होता है। उन्होंने शिक्षकों को निर्धारित समय से आधा घंटे पूर्व विद्यालय पहुंचने तथा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अधिक समर्पित होकर कार्य करने के लिए कहा।
श्री यादव ने कहा कि तनाव को हम खुद आमंत्रित करते हैं, अव्यवस्थित दिनचर्या से, इसलिए दिनचर्या को व्यवस्थित करेंढ्ढ एक्टिव, क्रिएटिव, इनोवेटिव बनें। आत्म सम्मान और गौरव बढ़ाने वाले काम करें। श्री यादव ने अधिक से अधिक पौधारोपण करने और वायुदूत में अपलोड करने के निर्देश दिए। सर्वाईकल कैंसर के टीके लगाने और स्क्रीन कराने हेतु भी प्रेरित किया। मास्टर ट्रेनर विजयन्त सिंह ठाकुर ने मूल्य आधारित शिक्षा पर चर्चा करते हुए कहा कि बच्चे हमारा अनुसरण करते हैं, वे सच- झूठ, अच्छा -बुरा हमसे ही सीखते हैं। हमारा व्यवहार संवेदनशील और दयालु वाला हो।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी आशा मौर्य ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज के प्रेरणा संवाद कार्यक्रम इसलिए आयोजित किया है कि आपको ईमानदारी युक्त कर्तव्य पालन के लिए प्रेरित कर सकें। उम्मीद है की सभी शिक्षक आज के बाद नये उमंग और उत्साह से कार्य करेंगे। प्रतिभागियों मे से शिक्षक मदन भदौरिया, राकेश ओझा ने संवाद कार्यक्रम को अभिनव पहल बताया और कहा कि इससे हमें आज नये सिरे से कर्तव्य बोध हुआ। कार्यक्रम में लगभग 300 शिक्षक सम्मिलित हुए।