हरदा हादसा : 8 की मौत, 70 से अधिक घायल, मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख देने की घोषणा

Post by: Rohit Nage

इटारसी/हरदा। आज सुबह पड़ोसी जिले हरदा के मगरधा रोड स्थित बैरागढ़ की एक पटाखा फैक्ट्री में आग की घटना में 8 लोगों की मौत और 70 लोगों के घायल होने के समाचार प्राप्त हुए हैं। घायलों और मृतकों की संख्या बढ़ भी सकती है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए तथा घायलों के समुचित नि:शुल्क उपचार कराने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई घटना अत्यंत दुखद है। सूचना मिलते ही हमने तुरंत घटना का संज्ञान लिया और जिला प्रशासन की टीम को एक्टिव किया। 50 से ज्यादा एंबुलेंस तत्काल घटना स्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं। घायलों का तुरंत नजदीक के हॉस्पिटल में इलाज किया जा सके, इसके लिए इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद में डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। हादसे में मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी। घायलों के नि:शुल्क और समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। बाबा महाकाल से सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।

जांच के लिए समिति गठित

राज्य शासन ने हरदा की नगरीय सीमा के अंतर्गत बैरागढ़ स्थित पटाखा फैक्टरी एवं गोदाम में घटित अग्नि दुर्घटना के आपदा प्रबंधन (बचाव एवं राहत कार्य) की समीक्षा हेतु समिति का गठन किया है। समिति में मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग अध्यक्ष, अजीत केसरी, अपर मुख्य सचिव, धार्मिक न्यास एवं धार्मिक कार्य विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण तथा वंचित, घुमंतू एवं अर्द्धघुमंतू जनजाति विभाग सदस्य, संजय दुबे, प्रमुख सचिव, गृह विभाग सदस्य सचिव, नीरज मंडलोई, नगरीय विकास एवं आवास विभाग, सदस्य, अरविन्द कुमार, महानिदेशक, होमगार्ड, सदस्य, आलोक रंजन, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, प्रबंध, पुलिस मुख्यालय भोपाल, सदस्य।

अधिकारियों संग पहुंचे मंत्री

परिवहन एवं स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह हरदा घटना स्थल पर राज्य शासन के आला अफसरों के साथ पहुंचे और घटना के विषय में स्थानीय अधिकारियों से जानकारी हासिल की। इस दौरान पूर्व मंत्री कमल पटेल भी उनके साथ रहे। वे जिला अस्पताल हरदा भी पहुंचे और घायलों के उपचार की जानकारी ली तथा अस्पताल प्रबंधन को बेहतर उपचार के निर्देश भी दिये।

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