इटारसी। ताजा जानकारी के अनुसार हरदा ब्लास्ट में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। सूत्रों के अनुसार आज सुबह से चल रहे रेस्क्यू में फैक्ट्री के मलबे में से बुरी तरह से जली लाशें निकल रही हैं। ऐसी संभावना जतायी जा रही है कि ब्लास्ट के वक्त फैक्ट्री में सवा से डेढ़ सौ लोग मौजूद रहे होंगे। इन लोगों को तो भागने तो छोड़ो सोचने का भी वक्त नहीं मिला है। हमारे पास ऐसे वीडियो हैं, जिनको देखकर कोई भी विचलित हो सकता है, इसलिए खबरों में इनको नहीं लगाया जा रहा है।
घटना स्थल के आसपास का मंजर काफी खौफनाक है। आधा सैंकड़ा से अधिक जेसीबी और पोकलेन मशीनें मलबा हटाने में लगी हैं। माना जा रहा है कि प्रशासन की ओर से जो मृतकों के आंकड़े बताये जा रहे हैं वे तो घटना स्थल के आसपास और सड़कों से निकल रहे लोगों के हैं, जबकि फैक्ट्री के भीतर कितने लोग थे, उनकी संख्या फिलहाल सामने नहीं आ रही है। चर्चा में तो यह भी है कि उनकी संख्या मिलना भी काफी मुश्किल है, क्योंकि इतने बड़े विस्फोट के बाद शरीर का मिलना भी असंभव सा है। फिलहाल जिनके परिजन घटना में प्रभावित हुए हैं, उनसे मिलने वाली सूचना के आधार पर संख्या का अनुमान लगाया जा सकता है कि घटना के वक्त पटाखा फैक्ट्री में कितने लोग रहे होंगे और उनमें से कोई जीवित बचा भी है या नहीं। घटना स्थल के पास दुपहिया और चार पहिया वाहनों के हालात इतने खराब हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि मनुष्यों के शरीर का क्या हाल हुआ होगा?
घटना में अब तक करीब एक दर्जन लोगों की जानें चली जाने की खबर है, जबकि घटना से संबंधित ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं कि देखकर रूह कांप जाए, ये वीडियो हादसे की भयावहता बताने के लिए काफी हैं। फैक्ट्री के आसपास के पेड़ के पत्ते भी जलकर राख हो गये और पेड़ सूखे खड़े हैं। फिलहाल हरदा हादसे के तीन गुनाहगार पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं जिनमें दो भाई राजू उर्फ राजेश अग्रवाल को राजगढ़ जिले की सारंगगढ़ पुलिस ने पकड़ा जो अपने भाई सोमेश अग्रवाल के साथ दिल्ली भागने की फिराक में था। सुपरवाइजर रफीक खान को भी हरदा से गिरफ्तार किया जा चुका है।
फोरेंसिक टीम आला अधिकारियों के साथ हरदा पहुंच चुकी है और आज सीएम मोहन यादव भी हरदा पहुंचने वाले हैं। देखना है कि इन तीन के अलावा इनके संपर्क और इनको संरक्षण देने वाले भी घटना के अपराधी बनेंगे या केवल यहीं सब खत्म हो जाएगा?