नर्मदापुरम। अपनी विभिन्न मांगों और समस्याओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित कराने के लिए मध्य प्रदेश स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारीमहासंघ ने आज से चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया। आंदोलन के पहले चरण में आज जिला चिकित्सालय नर्मदापुरम में काली पट्टी बांधकर काम किया।
महासंघ के जिला अध्यक्ष अर्जुन सिंह मीना के मुताबिक सभी नर्सिंग संवर्ग, पैरामेडिकल, संविदा कर्मचारी, आउटसोर्स, रोगी कल्याण समिति आदि की ग्रेड पे उन्नय समेत 15 सूत्रीय मांगो के निराकरण हेतु संगठन की ओर से निरंतर प्रयास किये किंतु विभाग के द्वारा इस संबंध मे कोई चर्चा या समाधान नहीं किया गया, जिसके कारण प्रदेश के कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है। संगठन की 15 में ज्यादातर मांगें अनार्थिक हैं जिसमें शासन, विभाग पर आर्थिक बोझ भी नहीं आएगा, फिर भी अनदेखी की जा रही है, इसी के विरोध स्वरूप कर्मचारियों ने आज से काली पट्टी बांधकर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया है।
18 नवंबर को को कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देंगे और उपमुख्यमंत्री स्वास्थ्य चिकित्सा के निवास पर ज्ञापन देकर चर्चा करेंगे, 25 नवंबर को भोपाल में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा और मांगे पूरी नहीं हुई तो 26 तारीख से अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। प्रमुखों मांगो में सभी कैडर की वेतन विसंगति दूर की जाये, प्रति रात्रि आकस्मिक चिकित्सा भत्ता बढ़ाया जाये, रेडियेशन कर्मचारियों का जोखिम भत्ता वेतन का 25 प्रतिशत दिया जाये, सातवें वेतनमान का लाभ 2018 के बजाय 2016 से दिया जाये, संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाये, ठेका प्रथा समाप्त कर आऊटसोर्स कर्मचारियों की समकक्ष पद पर पदस्थापना की जाये, नर्सिंग ऑफिसर पर हड़ताल के दौरान की गई कार्यवाहियों को निरस्त किया जाए, संविदा नीति 2023 एन एच एम में पूर्ण रुप से लागू की जाए।