मई का आधा माह और जून की तपिश से छुटकारा पाने के लिए यदि आप किसी ठंडे स्थान की तलाश में हैं तो आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है……
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)
हिमाचल प्रदेश भारत का एक खुबसूरत राज्य है। इस राज्य की राजधानी शिमला जो पुरे भारत में प्रसिद्ध है। हर साल यहाँ लाखो पर्यटकों घुमने के लिए आते हैं। यहाँ पर आने वाले पर्यटक यहाँ की सुन्दरता की तारीफ जरुर करते हैं क्योंकि यहाँ के निर्मल झीले, उचे पहाड़, मंदिरों पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है।
हिमाचल प्रदेश के सीमा उत्तर में जम्मू कश्मीर, दक्षिण में उत्तर प्रदेश, पूर्व में उत्तराखंड, और पश्चिम में पंजाब से घिरी हुई है. हिमाचल प्रदेश के 65% हिस्सा घने जंगलो से भरा हुआ है, और इस राज्य के बहुत सारे हिस्सों को देख कर ये महसूस होता है की ये राज्य चारो तरफ से पहाड़ियों और हिमालय के चादर से घिरा हुआ है।
हिमाचल,पर्यटन स्थल हिम यानी बर्फ और आंचल। यानी बर्फ के आंचल में गर्मी छूमंतर होगी और इन महीनों में आपको इस ठंडे प्रदेश में घूमने का अपना अलग ही आनंद आएगा। हिमाचल में क्या और कहां घूमें, इसके लिए हम आपकी सहायता कर सकते हैं। आप इसे ध्यान से पढ़ें, फिर अपना टूर प्लान करें। यहां के पहाड़ों का सौंदर्य, शांत वातावरण आपको निश्चित ही खुश कर देगा।
यदि आप ट्रैकिंग, स्किईंग, पर्वतारोहण का शौक रखते हैं तो सफर रोमांचक हो सकेगा। हिमालय के पश्चिमी हिस्से में बसा यह पहाड़ी राज्य नदियों से भी घिरा है। यहां रावी, सतलुज, व्यास, चिनाव, यमुना जैसी प्रसिद्ध नदियां हैं। कुदरती सौंदर्य भरपूर यह क्षेत्र छुट्टियां मनाने के लिए बेहतर विकल्प है।
आप यहां घूम सकते हैं…
शिमला (Shimla)
शिमला हिमाचल प्रदेश राज्य की राजधानी है और एक नामी हिल स्टेशन भी है. यह एक घनी आवादी वाला हिल स्टेशन है इसीलिए यहाँ ज्यादातर सुख सुविधा तो हैं जिस वजह से यहाँ सबके घुमने के लिए अच्छी जगह है. रिज, मॉल रोड, जाखू हिल, कालका-शिमला टॉय ट्रेन, क्राइस्ट चर्च यहाँ के प्रमुख पर्यटन स्थल है.
यहां के प्राकृतिक नजारे, कैमरे में कैद करने को मन करता है और इनको जितना भी देखो, जी नहीं भरता। मानो प्रकृति ने शिमला पर भरपूर प्यार उड़ेला हो। यह एक शांत शहर है जो आपको खूब भायेगा।
मनाली (Manali)
यहपर्यटन स्थल आपको पहाड़ों के साथ करीब से रुबरू कराएगा। बर्फ के शौकीनों के लिए यह जगह बेहद मुफीद है। बर्फ से ढंके पहाड़ आपको बांधे रखेंगे। पर्यटक यहां बर्फ देखने व बर्फ से जुड़े कुछ रोमांचित खेलों के लिए भी आते हैं। सर्दियों के मौसम में यहां भारी बर्फबारी होती है जिसके आप गवाह बन सकते हैं। हालांकि गर्मियों का मौसम भी इसकी सुंदरता को फीका नहीं कर पाता।
कुल्लु (Kullu)
कुल्लू एक बहुत ही खुशनुमा घाटी है, जहाँ घुमने के साथ साथ वाटर स्पोर्ट्स का भी मज़ा ले सकते हैं. कुल्लू को भारत के सबसे अच्छी वादियों में से एक गिना जाता है जिसकी वजह आपको यहाँ जाकर पता चल जायेगा. कुल्लू और इसके आस पास बिजली महादेव मंदिर, रघुनाथ मंदिर, थे ग्रेट हिमालयन राष्ट्र उद्यान घूम सकते है.
हिमाचल प्रदेश में यह स्थान अपना अलग महत्व रखता है। यह खूबसूरत दर्शनीय स्थल है। यहां रोहतांग पास, ब्यास कुंड व चंद्रताल झील की भूमी है। यहां का तापमान न अधिक गर्म है और ना अधिक ठंडा, यही कारण है कि यात्री यहां कभी भी अपनी छुट्टियां बिताने आ सकते हैं। अगर आप बर्फबारी का लुत्फ़ उठाने आना चाहते हैं तो दिसंबर व जनवरी में जाना ठीक है। लेकिन, गर्मियों में भी यहां का आनंद कमतर नहीं है।
कसौल (Kasaul)
कसोल हिमाचल प्रदेश का एक छोटा सा गांव है, जो पार्वती नदी के तट पर बसा हुआ है. कसोल को Mini Israel भी कहा जाता है. क्युकी यहाँ काफी इसरायली मुल्क के लोग रहते हैं. कसोल में तोष, खीर गंगा, सार पास ट्रेक, मणिकरण गुरुद्वारा देखने लायक जगह है. यदि आप ट्रैकिंग का सौख है तो खीर गंगा ट्रेक, और सार पास ट्रेक कर सकते हैं.
यह पर्यटन स्थल मंत्रमुग्ध कर देने वाले दृश्य से भरपूर, रोमांच और साल भर पर्यटकों का केंद्र है कसौल। यदि आपने कसौल नहीं देखा तो समझिये हिमाचल जाने के बाद बड़ी गलती करना। पार्वती घाटी व पार्वती नदी की सुंदरता यहां का मुख्य आकर्षण है। ये एक पर्यटक स्थल है जो आपकी आंखों में बस जाए और वर्षों तक भुलाए नहीं भूले।
मैक्लोडग़ंज (Mcleodganj)
लिटिल ल्हासा या ढासा के रूप में भी प्रसिद्ध मैक्लॉडगंज धर्मशाला का एक लोकप्रिय हिल स्टेशन है। यह हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले क्षेत्र में आता है और धर्मशाला से केवल 5 किमी दूर है। मैक्लॉडगंज विशेष रूप से दलाई लामा मंदिर या त्सुगलगखंग मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
बौद्धों के लिए एक लोकप्रिय तीर्थस्थल होने के अलावा, मैक्लॉडगंज प्रकृति प्रेमियों, ट्रेकर्स और शांति चाहने वालों के लिए भी एक परफेक्ट जगह है। नामग्याल मठ, नेचुंग मठ, नड्डी व्यूपॉइंट और मिनिकियानी दर्रा यहां के कई अद्भुत आकर्षण हैं।
यहां आपको आध्यात्मिकता, हिमालय दर्शन, साहसिक कार्य व खूबसूरत दृश्य तो मिलेंगे, ये स्थान बौद्ध श्रद्धालुओं का मुख्य केंद्र हैं क्योंकि यह दलाईनामा का निवास स्थान है। यहां आकर आप तिब्बती बौद्धों व भिक्षुयों की जीवन-शैली को करीब से देख सकते हैं।
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धर्मशाला (Dharamshala)
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में मौजूद धर्मशाला एक बेहद ही शांत और प्राचीन स्टेशन है, जो समुद्र तल से करीबन 1475 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद है। हिमाचल प्रदेश में धौलाधार पर्वत शृंखलाओं से घिरी ये पहाड़ी जगह देवदार और पाइन के पेड़ों से घिरी हुई है। धर्मशाला हिमाचल प्रदेश की शीतकालीन राजधानी भी है। इस जगह का पहला नाम भागसू था। और इसी नाम से पहले लोग धर्मशाला को पहचानते थे।
यह पर्यटन स्थल प्राकृतिक सुंदरता व संस्कृति का मिलाजुला रूप है धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश आकर्षक स्थल है जहां आप लंबा वक्त गुजार सकते हैं। धौलाधर पर्वत-श्रृंख्ला की पृष्ठभूमि लिए, ये स्थान शोभायमान दृश्यों का पिटारा है। शांत माहौल आपके मन को कृतार्थ कर देगा।
कांगड़ा (Kangra)
काँगड़ा घाटी हिमाचल प्रदेश की एक दिलकश घाटी है, जहाँ आपको कुदरत की हसीं नजरो के साथ कुदरत की कई करिश्मे भी देखने को मिलेगे. यहाँ पर ज्वाला देवी मंदिर में ज्योत की पूजा की जाती है. जो अपने आप कई सालो से ज्वलित है. साथ ही यहाँ के काँगड़ा किला, ब्रजेश्वरी मंदिर, बैजनाथ मंदिर, काँगड़ा संग्रहालय भी देख सकते हैं.
यह पर्यटन स्थल कांगड़ा को देवी-देवताओं की भूमि कहा जाता है। यहां के पहाड़ मन को धार्मिकता के साथ-साथ अपने नैसर्गिक सौंदर्य से आकर्षित करते हैं। ताज़ी हवाएं, बादलों की ऊंचाई के पहाड़ वाला यह स्थल हिमाचल प्रदेश के धार्मिक स्थलों में एक अलग महत्व रखता है।