महोदय ,
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आम जनता से जुड़े शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने का संकल्प लिया है जिसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है । इसी क्रम में मध्यप्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर निवेश की योजना भी बनाई है । उल्लेखनीय है कि राज्य शासन इन दिनों बीस हजार करोड़ रुपए के निवेश का उपयोग करते हुए ‘म प्र निरामय इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन’ के तहत ‘अटल मेडिसिटी’ बनाने की तैयारी में जुटा हुआ है । प्रसन्नता का विषय यह है कि मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया है कि प्रत्येक संभाग में ‘एम्स’ की तर्ज पर ‘म प्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस’ स्थापित किए जायेंगे । डॉ मोहन यादव की सरकार ने ‘म प्र संकल्प पत्र 23’ में दी गई गारंटी पूर्ण करने हेतु एक सप्ताह में रोड मैप बनाकर कार्य करने के लिये अधिकारियों को सख्त निर्देश भी दिये हैं । मैं ‘नर्मदांचल’ के माध्यम से मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव , पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय विधायक डॉ सीतासरन शर्मा , उप मुख्यमंत्री ( स्वास्थ्य ) राजेन्द्र शुक्ल से करबद्ध निवेदन करता हूं कि इसके अंतर्गत् मानवीय आधार पर नर्मदापुरम् संभाग के इटारसी नगर में ‘एम्स’ की तर्ज पर ‘मध्यप्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस’ की स्थापना हेतु आवश्यक प्रयास करें ताकि इस क्षेत्र की स्वास्थ्य सुविधाओं में बुनियादी सुधार की संभावना को बल मिले । उल्लेखनीय है कि भूतपूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने विधान सभा क्षेत्र बुदनी में पहले ही मेडिकल कॉलेज खोले जाने की घोषणा कर चुके हैं । बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल के प्रयासों से ( हालांकि तब तो वे विधायक भी नहीं थे ) आचार संहिता लगने के पूर्व ही राज्य शासन ने बैतूल जिले में भी 100 एम बी बी एस सीटों की प्रवेश क्षमता वाले मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा कर दी है । अतएव हमारे क्षेत्रीय विधायक डॉ सीतासरन शर्मा का ये कहना सही ही है कि ‘अब’ इटारसी में मेडिकल कॉलेज खोला जाना संभव नहीं है । तो फिर हमारे सांसद-विधायक ‘अब’ तक क्या कर रहे थे ? खैर । इधर पूर्व केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स्व सरताज सिंह एक अदद मेडिकल कॉलेज होशंगाबाद – नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र को नहीं दिला पाए । अफसोस कि इस संसदीय क्षेत्र का ‘अब’ कोई माई – बाप नहीं रह गया है । यही वजह है कि स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये हमको भोपाल , इंदौर , जबलपुर और यहां तक कि महाराष्ट्र राज्य के भुसावल , नागपुर जैसे शहरों की ओर दौड़ लगाना पड़ता है । इस कोशिश में कई बार हम अपनों को भी खो चुके हैं । इसके लिए कौन उत्तरदायी है ? कौन है इसके लिये जिम्मदार?
विनोद कुशवाहा
एल आई जी / 85
प्रियदर्शिनी कॉलोनी
इटारसी ( म. प्र. ) .