इटारसी। रेलवे और स्थानीय प्रशासन की टीम ने आज रेलवे स्टेशन (Railway Station)से मेहरागांव तक रेलवे की भूमि पर कब्जा करके बने कच्चे-पक्के करीब डेढ़ सौ से अधिक अतिक्रमण ध्वस्त कर दिये। बताया जाता है कि रेलवे ने चिह्नित 41 लोगों को नोटिस जारी किये थे, जो रेल भूमि पर कब्जा करके बैठे थे। इसके अलावा रेलवे की भूमि पर छोटे-बड़े अन्य अतिक्रमण भी हटाये गये जिनको पूर्व में समय-समय पर स्वयं हटाने को कहा जा रहा था।
आज सुबह से एसडीएम (SDM) के नेतृत्व में जिला प्रशासन का अमला और रेलवे का अमला रेलवे स्टेशन से मेहरागांव रोड तक हुए अतिक्रमण को हटाने पहुंच गया था। अतिक्रमण विरोधी अभियान में रेलवे, राजस्व, नगर पालिका, पुलिस की लगभग अस्सी लोगों की टीम शामिल थी। अतिक्रमण विरोधी अभियान में कुछ महिलाओं के दल ने खलल डालने का प्रयास किया और विरोध जताया था। लेकिन, प्रशासन की सख्ती के आगे उनका विरोध अधिक देर टिक न सका।
यहां से यहां तक चला पंजा
रेलवे स्टेशन से नयायार्ड रोड पर नाला मोहल्ला में रेलवे रोड किनारे अतिक्रमण करने वालों पर प्रशासन की सख्त कार्यवाही हुई। रेलवे स्टेशन से ग्वाल बाबा, ठंडी पुलिया तक रोड पर अतिक्रमण करने वालों के कब्जे हटाये गये। एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी के नेतृत्व में नगर पालिका की टीम, सिटी पुलिस और आरपीएफ का सुरक्षा दल, राजस्व विभाग से आरआई, पटवारियों की टीम, नायब तहसीलदार इसमें शामिल रहे। रोड किनारे से करीब डेढ़ सौ से अधिक कब्जाधारियों को सख्ती से हटा दिया गया।
तीन जेसीबी ने तोड़े आशियाने
रेलवे की भूमि पर लोगों द्वारा बनाये कच्चे-पक्के आशियाने रेलवे की तीन जेसीबी की मदद से जमींदोज कर दिये गये। छह घंटे से भी अधिक चली कार्रवाई में ग्वाल बाबा के आसपास, नाला मोहल्ला में ठंडी पुलिया के आसपास रेलवे की भूमि पर काबिज लोगों के अतिक्रमण तोड़ दिये गये। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा अमले में शामिल करीब आधा सैंकड़ा अधिकारी और कर्मचारी पूरी तैयारी से पहुंचे थे। कुछ देर के लिए महिलाओं के एक दल ने थोड़ा विरोध अवश्य किया। लेकिन, उनके विरोध को सख्ती से दबा दिया गया और बिना किसी बाधा के अतिक्रमण को तोड़ दिया गया।
इनका कहना है…
रेलवे की भूमि पर काबिज लोगों को हटाया गया है। इसके अलावा राज्य शासन के भी निर्देश हैं कि सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों को हटाया जाए, इसी के तहत कार्रवाई की जा रही है। रेलवे स्टेशन से मेहरागांव तक करीब डेढ़ सौ से अधिक अतिक्रमण हटाये गये हैंं।
एमएस रघुवंशी (MS Raghuvanshi, SDM)