पचमढ़ी क्षेत्र में 2 लीटर से कम की प्लास्टिक बोतल प्रतिबंधित

Post by: Rohit Nage

Plastic bottles less than 2 liters banned in Pachmarhi area
  • न्यू होटल को बजट फ्रेन्डली बनाया, कचरे का वैज्ञानिक पद्धति से निष्पादन हो रहा है

पचमढ़ी। विश्व प्रसिद्ध पर्यटन क्षेत्र पचमढ़ी को प्लास्टिक मुक्त करने के लिए अभिनव प्रयास किए गए हैं। इसके तहत 2 लीटर से कम की प्लास्टिक बोतल को पचमढ़ी में प्रतिबंधित किया गया है। केंट बोर्ड साडा क्षेत्र एवं सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के जंगलों में पर्यटक 2 लीटर से कम की प्लास्टिक बोतल इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। पचमढ़ी को प्लास्टिक मुक्त बनाने का यह अभियान विगत एक माह से चल रहा है और इसमें अभूतपूर्व सफलता मिल रही है।

नहीं मिल रहीं प्लास्टिक की बोतल

पचमढ़ी क्षेत्र के सभी दुकान में प्लास्टिक की बोतल अब नहीं मिल रही है। पचमढ़ी क्षेत्र के सभी लोग एवं आने वाले पर्यटक पचमढ़ी को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए विशेष सहयोग कर रहे हैं। वही साडा के अंतर्गत संचालित न्यू होटल में भी अधो संरचना विकास के कार्य किए जा रहे हैं। न्यू होटल के कमरों का रिनोवेशन का कार्य प्रारंभ किया गया है। साथ ही सिवरेज लाइन एवं वाटर सप्लाई लाइन का भी अभी रिनोवेशन किया जा रहा है।

कलेक्टर ने किया कार्यों का अवलोकन

कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना स्वयं न्यू होटल पहुंचकर किए जा रहे रिनोवेशन के कार्यों का अवलोकन किया। न्यू होटल को बजट फ्रेन्डली बनाया गया है। निम्न एवं मध्यम आय वर्ग के पर्यटकों के लिए विशेष सुविधाएं देते हुए किराए में वृद्धि नहीं की गई है किराया पूर्ववर्ती रखा गया है। न्यू होटल में एक एसी रूम का किराया 1000 रुपए एवं नॉन एसी का किराया 750 रुपए यथावत रखा गया है। जो निम्न एवं मध्यम वर्ग के पर्यटकों के बजट के अंतर्गत है।

एक और अभिनव पहल

पचमढ़ी में एक और अभिनव पहल की गई है, अब पचमढ़ी का कचरा केंट बोर्ड के कचरा प्लांट में निष्पादित किया जा रहा है। साडा सीईओ नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि पचमढ़ी साडा एवं एसटीआर का कचरा पृथक पृथक कर गीले एवं सूखे कचरे में विभाजित कर केंट बोर्ड के कचरा प्लांट में उसे वैज्ञानिक पद्धति से डिस्पोजल किया जा रहा है। यह कार्य 1 नवंबर से प्रारंभ है। इससे पचमढ़ी साफ और क्लीन दिखाई दे रही है। नई एवं बदली हुई पचमढ़ी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।

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