जनभागीदारी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास का नया मॉडल खड़ा किया

Post by: Rohit Nage

  • – सरताज सिंह स्मृति प्रसंग कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र तोमर ने रखे विचार
  • – जनभागीदारी से क्षेत्र के विकास में जनप्रतिनिधियों की भूमिका विषय पर व्याख्यान

इटारसी। मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर मंगलवार को इटारसी में आयोजित स्व. सरताज सिंह स्मृति प्रसंग कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। श्री तोमर ने मुख्य वक्ता के रूप में जनभागीदारी के माध्यम से क्षेत्र के विकास में जनप्रतिनिधियों की भूमिका विषय पर अपने विचार रखे।

इस अवसर पर नर्मदापुरम संसदीय क्षेत्र के सांसद दर्शन सिंह चौधरी एवं आयोजन समिति के संयोजक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा, सिवनी मालवा विधायक प्रेमशंकर वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष माधवदास अग्रवाल, पूर्व विधायक हरिशंकर जायसवाल, पीयूष शर्मा, नर्मदापुरम नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू यादव, इटारसी नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे, टीटू सलूजा, जसवीर सिंघ छाबड़ा, जगदीश मालवीय भी विशेष रूप से उपस्थित थे। विधानसभा अध्यक्ष श्री तोमर ने अपने संबोधन में कहा कि जनभागीदारी से विकास के कार्यों को नई दिशा दी जा सकती है। जनभागीदारी से किए कार्यों से स्थानीय लोगों का आत्मीय लगाव भी रहता है और इसमें पारदर्शिता भी रहती है।

शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में जनभागीदारी से कई बड़े कार्यों को सरलता से जमीन पर उतारा जा सकता है। श्री तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनभागीदारी से विकास के नए मॉडल को जमीन पर उतारा गया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज व्यवस्था में जनभागीदारी का समावेश बहुत हद तक बढ़ाया गया है। श्री तोमर ने कोरोना के संकटकाल पर जनता को साथ लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे भारत ने विजय प्राप्त की है। श्री मोदी के भीतर मैं नहीं है, बल्कि हम है, और इसीलिए उनके हर कार्य में जन सहभागिता परिलक्षित होती है।

उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्रित्व काल में जनभागीदारी की अनूठी मिसाल प्रदेश में प्रस्तुत हुई है। उन्होंने अलग-अलग पंचायतें करके सरकार की नीतियों में जनभागदारी को बढ़ाया है। श्री तोमर ने कहा कि पवित्र उद्देश्य और व्यक्तिगत विश्वसनीयता के साथ किए गए प्रत्येक कार्य में सफलता अवश्य मिलती है। इसलिए जरूरी है प्रत्येक व्यक्ति और संस्था को अपनी साख निर्मित करने की। यह साख चरित्र और आपकी कार्य पद्धति से बनती है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष, विधायक और कार्यक्रम संयोजक डॉ.सीतासरन शर्मा ने सरताज सिंह के साथ अपने संस्मरणों को ताजा किया।

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