बांद्राभान नर्मदा तवा संगम पर सवा सौ वर्ष से अधिक समय से होती है रामसत्ता

Post by: Rohit Nage

इटारसी। पावन नर्मदा नदी (Narmada River) और तवा नदी (Tawa River) के संगम बांद्राभान (Bandrabhan) में विगत सवा सौ वर्ष से भी अधिक समय से रामसत्ता का आयोजन हो रहा है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले बांद्राभान मेले (Bandrabhan Fair) के अवसर पर इटारसी (Itarsi) का चूनावाला साहू परिवार एक सदी से अधिक समय से यह आयोजन कर रहा है।

नर्मदा और तवा नदी के संगम स्थल बांद्राभान में जिला प्रशासन की ओर से प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर चार दिवसीय मेला आयोजित किया जाता है। पहले यह मेला स्थानीय ग्राम वासियों द्वारा ही आयोजित किया जाता था, परंतु सन 70 के दशक के बाद जनपद पंचायत ने यह जवाबदारी ली। यहां पर आदिवासी समुदाय भी बड़ी संख्या में आता है। जिनके द्वारा टका बार विवाह किया जाता है ।जो केवल एक रुपए में होता है। इस मेले में इटारसी के चूनावाला साहू परिवार के द्वारा लगभग सवा सौ वर्ष से रामसत्ता का आयोजन किया जाता है।

स्व. सुखलाल साहू, स्व. कोदूलाल साहू के पश्चात अधिवक्ता रमेश के साहू (Ramesh Sahu) और उनके भाई महेश साहू यह व्यवस्था देख रहे हैं। वहीं रमेश साहू के सुपुत्र हाई कोर्ट एडवोकेट पार्थ साहू (Parth Sahu),आर्यन साहू (Aryan Sahu), डॉक्टर कुमारी सलोनी साहू (Dr. Kumari Saloni Sahu) एवं बन्टी साहू (Bunty Sahu),अन्नू साहू (Annu Sahu), गोल्डी साहू (Goldie Sahu) व्यवस्था देख रहे हैं। पहले तवा और नर्मदा संगम स्थल पर रेत पर ही टेंट लगाकर रामसत्ता होती थी। परंतु पिछले कुछ वर्षों से श्रीमती लक्ष्मीबाई कोदूलाल साहू धर्मशाला परिवार ने बनाई है। जहां पर प्रतिवर्ष श्री राम सत्ता होती है।

इस धर्मशाला में आसरा वृद्ध आश्रम भी चलाया जाता है। जिसमें महिला एवं पुरुषों को रखा जाता है। रामसत्ता के अवसर पर साहू परिवार द्वारा नर्मदा परिक्रमावासियो, सहित कार्यक्रम स्थल पर आने वाले विभिन्न मंडलों एवं श्रद्धालुओं को भोजन निशुल्क कराया जाता है। पूरे जिले सहित इटारसी से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामसत्ता में पहुंचते हैं।

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