दो पुस्तकों का हुआ विमोचन, लगी कविता पोस्टर की प्रदर्शनी

Post by: Rohit Nage

इटारसी। राजधानी की कवियत्री डॉक्टर संगीता भारद्वाज (Dr. Sangeeta Bhardwaj) द्वारा रचित काव्य संग्रह यादों के पलाश और यात्रा वृतांत पुस्तकों का विमोचन कार्यक्रम तुलसी साहित्य अकादमी (Tulsi Sahitya Akademi) के तत्वावधान में दुष्यंत सभागार (Dushyant Auditorium) में हुआ।

इस अवसर पर उनकी कविताओं पर जयंत भारद्वाज और उनकी पुत्री अनविदा मोली (Anvida Moli) द्वारा बनाए चित्र, पोस्टरों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर साधना बलवते (Dr. Sadhna Balwate), डॉ. मोहन तिवारी आनंद (Dr. Mohan Tiwari Anand) मुख्य अतिथि थे और सारस्वत अतिथि कवि पत्रकार पंकज पटेरिया (Pankaj Pateria)थे। डॉ. आनंद ने संगीता की रचनाओं की भूरी-भूरी प्रशंसा की और यात्रा वृतांत को सुरुचिपूर्ण बताया। डा. मोहन तिवारी ने लेखिका के काव्य कौशल को सराहा। डॉ विनय राजाराम (Dr. Vinay Rajaram) ने प्रख्यात चित्रकार जयंत भारद्वाज के चित्रों की भूरी भूरी प्रशंसा की। कवि पत्रकार पंकज पटेरिया ने अपने उद्बोधन में कहा किसंगीता की कविताएं बहुत अपनी लगती हैं।

अपनी कविताओं में प्रेम ही नहीं, वक्त की कठोरता से भी जूझती प्रतीत होती है। जयंत के चित्र पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा एक चित्र 100 समाचारों के बराबर होता है। सुरेश पटवा (Suresh Patwa) ने पुस्तक की सार्थक समीक्षा की। इस अवसर पर अन्विता मौली ने मधुर कंठ से सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार गोकुल सोनी (Gokul Soni, Madan) ने एवं आभार साहित्यकार मदन ने किया। कार्यक्रम में शुभागत भारद्वाज सहित बड़ी संख्या में श्री साईं समिति के सदस्य नगर के साहित्यकार आदि उपस्थित थे।

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