इटारसी। हर वर्ष गर्मी आते ही पेयजल संकट (Drinking water crisis) का डर सताने लगाता है। तारीख गवाह है, गर्मी में शहर का एक बड़ा हिस्सा जल संकट का सामना करता ही है। नगर पालिका (Municipality) की तमाम तैयारियों के बावजूद कहीं न कहीं पेयजल संकट की स्थिति बन ही जाती है।
इस वर्ष पेयजल संकट न हो, इसके लिए नगर पालिका के जल विभाग का दावा है कि उसके पास ठोस योजना है।
नगर पालिका के जल शाखा की तैयारी है कि धौंखेड़ा (Dhonkheda) और मेहराघाट (Mehraghat) दोनों ही जगह से नगर को पानी की सप्लाई (Supply) की जा रही है। इस पानी से लगभग संपूर्ण शहर को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। केवल पुरानी इटारसी में धौंखेड़ा या मेहराघाट का पानी नहीं पहुंच पाता है क्योंकि यहां की टंकी अभी लोड नहीं हो पा रही है। लेकिन इसके लिए भी नपा का जल विभाग की ठोस तैयारी है।
15 अप्रैल तक समवेल तैयार होगा
जल शाखा के सब इंजीनियर आदित्य पांडेय (Sub Engineer Aditya Pandey) बताते हैं कि पुरानी इटारसी में सूखा सरोवर (Sukha Sarovar) स्थित टंकी के पास समवेल (Samwell) निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है। इसे 15 अप्रैल तक हर हाल में पूर्ण करके चालू कर दिया जाएगा। इस समवेल से सूखा सरोवर की पानी की टंकी लोड की जाएगी और कुछ स्थानों पर इसके माध्यम से सीधे पाइप लाइनों से पानी पहुंचाया जा सकेगा। यदि नगर पालिका की योजना तय समय पर क्रियान्वित हो गयी तो इस वर्ष पुरानी इटारसी के लोगों को पेयजल संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
नपा के टेंकरों से काम चलेगा
हर वर्ष गर्मियों में नगर पालिका के टेंकरों के अलावा कुछ टेंकर किराये पर लेकर जल संकट वाले क्षेत्रों में भेजना होता है। इस वर्ष योजना है कि टैंकर किराये पर नहीं लिये जाएं। दरअसल, पुरानी इटारसी में समवेल से काम चलेगा और सोनासांवरी नाका क्षेत्र में एक मोटर लगा दी है जिससे टंकी भरेगी और सीधे पाइप लाइन के जरिये भी पेयजल की सप्लाई की जाएगी।
इनका कहना है…
इस वर्ष हमारा प्रयास है कि शहर को गर्मियों में पर्याप्त पानी मिले। पुरानी इटारसी में समवेल 15 अप्रैल तक बनकर तैयार हो जाएगा। सोनासांवरी नाका पर मोटर लगा दी है, जिससे टंकी भी भरेंगे और सीधे सप्लाई भी होगी। मेहराघाट और धौंखेड़ा दोनों ही जगह से पानी लाकर सप्लाई कर रहे हैं।
आदित्य पांडेय, उपयंत्री